Seed Susbidy Scheme: राज्य सरकारें अब किसानों को निशुल्क बीज उपलब्ध करवाने की दिशा में काम कर रही हैं, ताकि खेती की लागत को कम करते हुए बीज उत्पादन बढ़ाया जा सके. जानिए इस योजना की खास बातें.
Mukhyamantri Beej Swawlamban Yojana: इन दिनों खेती-किसानी में खर्चे भी बढ़ते जा रहे हैं. बेहतर फसल उत्पादन के लिए किसान को अपनी हर संभव कोशिश करते हैं, लेकिन उम्मीद के मुताबिक मुनाफा नहीं मिल पाता. यही वजह है कि अब कृषि की लागत को कम करने के लिए बीज, खाद-उर्वरक, कीटनाशक आदि पर अनुदान दिया जाता है. इन दिनों राजस्थान सरकार भी बीज उत्पादन की दिशा में काम कर रही है. नकदी फसलों के बीजों का उत्पादन बढ़ाने के लिए एक मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना भी बनाई गई है. इस योजना से 1.25 लाख किसानों को जोड़ा जाएगा और 15 करोड़ रुपये के खर्च से 5.89 क्विंटल उच्च गुणवत्ता के बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे.
मीडिया रिपोर्ट की मानें को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीज उत्पादन और इसके वितरण से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. अब जल्द ही अच्छी क्वालिटी के बीज किसानों तक पहुंचेंगे और राज्य में बीज उत्पादन का रकबा बढ़ाने में मदद मिलेगी. मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना के तहत 10 साल से कम अवधि वाले उन्नत किस्म के बीजों का उत्पादन होना है.
कौन-कौन सी फसलें शामिल हैं
राजस्थान में चलाई जा रही बीज स्वावलंबन योजना के तहत गेहूं, जौ, चना, ज्वार, सोयाबीन, मूंगफली, मूंग, मोठ और उड़द के बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे. इसमें खर्च की राशि कृषक कल्याण कोष से वहन की जाएगी.
जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान बीज उत्पादन और वितरण मिशन के तहत छोटे और सीमांत किसानों की आय बढ़ाने के लिए निशुल्क बीज उपलब्ध करवाए जाते हैं. इस साल मोटा अनाजों का उत्पादन बढ़ाने के लिए भी सरकार संकर बाजरा के बीजों पर अनुदान दे रही है.

