गन्ना किसानों के लिए खुशखबरी: जल्द पहुंचेंगे किसानों के खाते में 450 करोड़ रुपए

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सरकार ने जारी की गन्ना किसानों के लिए राशि, भुगतान के दिए आदेश, जानें, पूरी जानकारी

गन्ना किसानों के लिए खुशखबरी सामने आई है। गन्ना किसानों के खाते में जल्द ही 450 करोड़ रुपए आ सकते हैं। राज्य सरकार ने गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की राशि जारी कर दी है और चीनी मिलों को गन्ना खरीदी का भुगतान जल्द करने को कहा है। इससे प्रदेश के हजारों गन्ना किसानों को गन्ना बिक्री का बकाया मिल सकेगा। गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को लेकर यूपी की आदित्यनाथ सरकार की ओर से चीनी मिलों को 450 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी गई है और गन्ना किसानों को राशि का भुगतान करने के आदेश दे दिए गए हैं। इस खबर से प्रदेश के गन्ना किसानों में खुशी की लहर है। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर पहले से भुगतान बकाया चल रहा था। ऐसे में गन्ना किसान लंबे समय से बकाया राशि के भुगतान की मांग कर रहे थे। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के गन्ना उत्पादक किसानों को राहत मिली है। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको गन्ना किसानों के बकाया राशि के भुगतान से संबंधित जानकारी दे रहे हैं।

गन्ना किसानों को अब तक कितना मिला बकाया भुगतान (Sugarcane Farmers)

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूपी में भाजपा की सरकार बनने के बाद अभी तक गन्ना किसानों को बकाया भुगतान समय-समय पर किया गया है। सरकार बनने से लेकर अभी तक उनके द्वारा गन्ना किसानों को 2 लाख 11 हजार 350 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। इससे 46 लाख किसानों के खाते में पैसा पहुंचा है। यूपी सरकार का कहना है कि देश में गन्ना किसानों का भुगतान करने में वे सबसे आगे हैं। सरकार का मानना है कि गन्ना किसानों को समय पर भुगतान होना चाहिए। इसके लिए सरकार किसानों के हित में जरूरी कदम उठाएगी।

किसानों से किस रेट से खरीदा गया था गन्ना

यूपी में पेराई सत्र 2022-23 के दौरान किसानों से 350 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीदा गया था। इसमें सामान्य किस्म के गन्ने का रेट 340 रुपए प्रति क्विंटल था, जबकि इससे कम क्वालिटी वाले गन्ने का रेट 335 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया था।

यूपी में कितना होता है गन्ने का उत्पादन

यूपी देश का प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्य है। गन्ना उत्पादन में यूपी का प्रथम स्थान है जबकि चीनी उत्पादन में यह देश में दूसरा स्थान रखता है। उत्तरप्रदेश के 44 जनपदों में गन्ने का उत्पादन किया जाता है। इसमें से 28 जनपदों में गन्ने का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है। पूरे उत्तरप्रदेश में इस समय कुल 119 चीनी मिलें संचालित हैं। वहीं राज्य के करीब 35 लाख गन्ना किसान सहकारी गन्ना विकास समितियों के सदस्य हैं। किसान इन समितियों के जरिये ही संबंधित चीनी मिलों को गन्ना बेचते हैं।

यूपी में सबसे ज्यादा किस जिले में होता है गन्ने का उत्पादन

यूपी के शामली जिले में सबसे ज्यादा गन्ने का उत्पादन होता है। इसके बाद मेरठ और तीसरे स्थान पर बुलंदशहर आता है। इसके अलावा यूपी के सहारनपुर, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर आदि क्षेत्रों में सबसे अधिक गन्ने का उत्पादन होता है। पश्चिमी उत्तरप्रदेश के गंगा यमुना क्षेत्र के किनारे राज्य में उत्पादित गन्ने का करीब 65 प्रतिशत गन्ना उगाया जाता है। 

यूपी के इन 10 जिलों में सबसे ज्यादा होता है गन्ने का उत्पादन

यूपी में गन्ना उत्पादन में 10 जिले ऐसे हैं जहां सबसे ज्यादा गन्ने का उत्पादन होता है। इन जिलों में शामली में करीब 962.12 क्विंटल प्रति हैक्टेयर गन्ने का उत्पादन होता है। वहीं मेरठ में 927.12 क्विंटल प्रति हैक्टेयर में गन्ने की खेती की जाती है। बुलंदशहर में 896.32 क्विंटल प्रति हैक्टेयर, बागपत जिले में 866.40 क्विंटल प्रति हैक्टेयर, मुजफ्फरनगर में 864.08 क्विंटल प्रति हैक्टेयर, लखीमपुर में 863.40 क्विंटल प्रति हैक्टेयर, बिजनौर में 859.52 क्विंटल प्रति हैक्टेयर, गाजियाबाद में 852.08 क्विंटल प्रति हैक्टेयर, अमरोहा में 842.52 क्विंटल प्रति हैक्टेयर और हापुड़ जिले में 836 क्विंटल प्रति हैक्टेयर गन्ने का उत्पादन होता है।

किसानों को कब-कब किया गया गन्ना का बकाया भुगतान

मीडिया रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के क्रम में पेराई सत्र 2018-19 में 18 अगस्त 2019 तक प्रदेश के 38 लाख गन्ना किसानों को 25,506 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया, जो एक रिकार्ड है। प्रदेश सरकार ने इन दो वर्षों में गन्ना किसानों को कुल 71,565 करोड़ रुपए का भुगतान करवाया। वहीं यूपी सरकार की ओर से लोकसभा में दी गई जानकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 और उसके पहले सीजन में 99.97 प्रतिशत बकाया का भुगतान कर दिया गया था। इसके अलावा 2021-22 में 99.18 प्रतिशत बकाया राशि का भुगतान किया गया। शेष भुगतान भी जल्द करवाने की बात कही गई थी।


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नमस्ते! मैं कपिल पाटीदार हूँ। सात साल से मैंने खेती बाड़ी के क्षेत्र में अपनी मेहनत और अनुभव से जगह बनाई है। मेरे लेखों के माध्यम से, मैं खेती से जुड़ी नवीनतम तकनीकों, विशेषज्ञ नुस्खों, और अनुभवों को साझा करता हूँ। मेरा लक्ष्य है किसान समुदाय को सही दिशा में ले जाना और उन्हें बेहतर उत्पादकता के रास्ते सिखाना।