Kisan News: गेहूं में अगर हो रही है पीलेपन की समस्या तों अपनाएं यह तरीका, जड़ से खत्म हो जाएंगी समस्या 

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Kisan News: मध्यप्रदेश में ठंड अचानक बढ़ने की वजह से गेहूं की फसल में पत्तियां पीली पड़ने की समस्या सामने आ रही है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि यह समस्या तापमान में अधिक गिरावट आने के कारण हो रही है। तापमान में अचानक गिरावट होने से फसल में माइक्रोबियल गतिविधि कम हो जाती है, माइक्रोबियल गतिविधि कम होने की वजह से पौधे में नाइट्रोजन का उठाव भी कम हो जाता है। मध्यप्रदेश में अधिकांश किसानों द्वारा रबी की सीजन में गेहूं की फसल बड़े क्षेत्र में बोई जाती है। हाल ही में प्रदेश में तापमान अचानक ठंडा हो गया है जिसके कारण गेहूं की फसल में निकली पत्तियां पीली होने की समस्या से खेती करने वाले किसान काफी चिंतित है। गेहूं की फसल में पत्तियां पीली पड़ने का रोग अक्सर देखने को मिल जाता है। आज हम आपको इसका समाधान भी बताएंगे। 

Wheat farming tips: अचानक जब गेहूं की फसल में पत्तियां पीली पड़ने की समस्या अधिक आने लगी तो वैज्ञानिकों ने कहा कि यह बीमारी अक्सर तापमान में अचानक गिरावट आने के बाद देखने को मिलती है। तापमान अचानक कम होने की वजह से पौधे में नाइट्रोजन का उठाव कम हो जाता है और पौधे नाइट्रोजन को उपलब्ध रूप में नाइट्रेट में बदलने लगते हैं। पादप पोषक तत्वों में नाइट्रोजन एक अत्यधिक गतिशील पोषक तत्व है, यह निचली पत्तियों से उपर की पत्तियों की ओर चला जाता है। इस कारण पौधे की निचली पत्तियां पीली पड़ जाती हैं। अगर आप अपनी फसल को इस बीमारी से बचाना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लेख को एक बार अंत तक अवश्य पढ़ें।

Kisan News: प्रदेश में गेहूं की फसल पर पत्तियां पीली पड़ने की कई शिकायतें सामने आ रही थी, पत्तियां पीली पड़ने की वजह से फसल की पैदावार पर प्रभाव पड़ेगा, इसको लेकर किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं ‌ इसके चलते कृषि स्नातक जोबनेर जयपुर राजेश मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह किसी प्रकार का रोग नहीं है, किसान चिंतित ना हो। कुछ दिनों में दोबारा तापमान में बदलाव आने पर समय के साथ-साथ धीरे-धीरे यह बीमारी भी ठीक हो जाएगी। गेहूं की फसल को अच्छी पैदावार देने के लिए अनुकूल तापमान की आवश्यकता होती है। अगर तापमान अचानक बढ़ जाता है या कम हो जाता है तो ऐसी समस्याएं अक्सर फसल में देखने को मिल जाती है। 

गंभीर स्थिति होने पर इन उर्वरकों का करें छिड़काव

Kisan News: कृषि वैज्ञानिकों ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि अगर किसी किसान की गेहूं की फसल पर पत्तियां पीली पड़ने की समस्या गंभीर हो गई है तो वह किसान गेहूं की फसल में 2% यूरिया का छिड़काव कर सकते हैं। तापमान में गिरावट के बाद अपने गेहूं की फसल को ठंड से बचाने के लिए किसान भाई फसल में हल्की सिंचाई भी कर सकते हैं। वर्तमान में प्रदेश की स्थिति देखी जाए तो प्रदेश में जोरदार सर्दी और पारा गिर रहा है। इससे किसान काफी चिंतित और परेशान नजर आ रहे हैं। पारा गिरने के बाद फसल नष्ट हो जाती है और इसका भारी असर उसकी पैदावार पर देखने को मिलता है। फसल को पारा से बचाने के लिए फसल की सिंचाई की जाए और कृषि विभाग के सहयोग से दवाइयों का छिड़काव किया जाए।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।