Cotton Variety : किसानों को प्रति एकड़ 15 क्विंटल से अधिक देंगी पैदो, जानिए किस्म की पूरी जानकारी 

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Latest Cotton variety 2024 : किसान साथियों इस समय कई राज्यों में कपास की बुवाई का समय शुरू हो चुका है वहीं कुछ राज्यों में इस समय बुवाई होने वाली है ऐसे में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा कपास की नई किस्म विकसित की गई है जो अच्छा उत्पादन देने के लिए मानी जा रही है, तो चलिए जानते हैं यूनिवर्सिटी द्वारा नई कपास की किस्म कौन सी है एवं कितना उत्पादन देने के लिए सक्षम है।

कपास की नई किस्म विकसित

किसान साथियों कपास की बुवाई से पहले किसानों को कई प्रकार की बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जैसे उच्च बीज क्वालिटी, खाद एवं अच्छी भूमि की जुताई एवं नमी की मात्रा को ध्यान में रखकर ही बुवाई करना आवश्यक है क्योंकि यह आगे जाकर अच्छा उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है, यदि उच्च बीज क्वालिटी ( cotton seed ) न हो तब उत्पादन पर काफी असर देखने को मिलता है, और उत्पादन काफी गिर जाता है ऐसे में बुवाई से पहले किसान उच्च क्वालिटी का बीज ही बोए इसी कड़ी में हाल ही में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा कपास का नया बीज AAH -1 विकसित किया है।

देशी कपास की नई किस्म को विकसित करने का श्रेय हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार को जाता है। कपास की इस किस्म की खास बात यह है कि कम समय में पकने के साथ साथ अच्छी पैदावार देने हेतु जानी जाती है। आपको बता दें कि यह किस्म 185 दिन में तैयार हो जाती है, वही इसके रेशे का साइज अन्य किस्म की बजाय अच्छा है। इस नई देशी कपास की बुवाई करके अच्छा उत्पादन ले सकते है।

इतना देगी उत्पादन

कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा कपास देसी की इस किस्म का नाम AAH -1 है, यदि किसान साथी AAH -1 की बुवाई करते हैं तो आसानी से अच्छे उत्पादन ले सकते है। कपास की इस किस्म का रेशा काफ़ी लम्बा एवम् चमकदार है। इस किस्म का रेशा 36.50 cm के करीब होता है। यदि किसानों को बीटी 3 किस्म बाजार में उपलब्ध नहीं होती है तो किसान साथी इस किस्म की बुवाई कर सकते हैं, यानी इस किस्म को विकल्प के तौर पर लिया जा सकता है हालांकि बुवाई से पहले कृषि विशेषज्ञ से जरूर राय ले।

बुवाई से पहले किस साथी कुछ विशेष बातों का ध्यान जरूर रखें जैसे खेत की मिट्टी एवं जलवायु, जुताई और पौधे से पौधे की दूरी आदि बातों का ध्यान जरूर रखें वही बुवाई से पहले बीज की मात्रा प्रति हेक्टेयर या एकड़ के हिसाब से संपूर्ण जानकारी लेकर ही करें यदि किसान साथी इन बातों का ध्यान रखते हैं तब इस किस्म से तकरीबन 10 से 15 क्विंटल तक उत्पादन लिया जा सकता है।

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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।
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