अब किसानों को अपने खेतों के लिए खाद खरीदने के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी व पिछले दामों से लगभग 50% कम रेट पर खाद उपलब्ध करवाई जाएगी। फसलों की वृद्धि व अधिक उत्पादन के लिए खाद का एक महत्वपूर्ण स्थान होता है क्योंकि इसके बिना अधिक मात्रा में उत्पादन लेना मुश्किल हो जाता है पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण खाद और उर्वरक पौधों के लिए बहुत जरूरी है।
मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने के लिए किसान अपने खेतों में अधिक मात्रा में खादों का उपयोग करते हैं. इसमें यूरिया, डीएपी, एनपीके प्रमुख आती है लेकिन पिछले कई महीनों से सरकार ने खाद के दाम बढ़ाए हुए हैं जिसके कारण किसानों को उचित मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं हो रही है लेकिन अब सरकार ने किसानों के हित में फैसला लिया है और खाद में उर्वरकों को सस्ता कर हर किसान को उपलब्ध करवाने की कोशिश की जा रही है।
भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए एक राहत भरी खबर है अब किसानों को अपने खेतों के लिए खाद खरीदने के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी व पिछले दामों से लगभग 50% कम रेट पर खाद उपलब्ध करवाई जाएगी.जुलाई 2023 से सरकार ने सभी उर्वरकों यूरिया, डीएपी, म्यूरेट ऑफ पोटाश (एमओपी) और कॉम्प्लेक्स (एनपीके) को सस्ता कर दिया है।
खाद में सब्सिडी मिलने के बाद आज का रेट
खाद के नाम खाद के आज का रेट
यूरिया (urea) 45 किलोग्राम 266.50 रूपए प्रति बोरी
डीएपी (DAP) 50 किलोग्राम 1350 रूपए प्रति बोरी
एनपीके (NPK) 50 किलोग्राम 1470 रूपए प्रति बोरी
एमओपी (MOP) 50 किलोग्राम 1700 रूपए प्रति बोरी
बिना सब्सिडी के खाद का रेट कितना होता है?
खाद का नाम खाद का रेट
यूरिया (urea) 45 किलोग्राम 2450 रूपए प्रति बोरी
डीएपी (DAP) 50 किलोग्राम 4073 रूपए प्रति बोरी
एनपीके (NPK) 50 किलोग्राम 3291 रूपए प्रति बोरी
एमओपी (MOP) 50 किलोग्राम 2654 रूपए प्रति बोरी

