Subsidy Scheme: अब इस खेती पर सरकार दे रही इतने रुपये की सब्सिडी, फटाफट कर दें अप्लाई

3 Min Read
खबर शेयर करें

केला की खेती देश के कई राज्यों में की जाती है। राज्य सरकारों के स्तर से भी इस तरह की खेती करने को प्रमोट किया जाता है। बिहार सरकार ने किसानों की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया है।

Subsidy Scheme In Bihar: देश के किसान कई तरह की खेती करते हैं। फल, सब्जी और विभिन्न तरह की प्रजातियों के बीजों की खेती देश मेें होती है। कई बार खेती पर लागत थोड़ी कम आती है, कई बार खर्चा बढ़ जाता है। केंद्र और राज्य सरकार खर्चा कम करने के लिए किसानों को सब्सिडी देती है।इससे किसानों की जेब पर बोझ कम पड़ता है। अब केले की खेती को लेकर बिहार सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है।

किसानों को मिलेगी 50 प्रतिशत सब्सिडी

बिहार में बड़ी संख्या में किसान केले की खेती से जुड़े हुए हैं। इससे किसानों की अच्छी इनकम हो जाती है। अब राज्य सरकार टिश्यू कल्चर विधि से केले की खेती करने वाले किसानों की मदद करने जा रही है। एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत टिश्यू कल्चर की खेती करने वाले किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जएगी। बिहार सरकार कृषि विभाग उद्यान निदेशालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।

क्या होती है टिश्यू कल्चर विधि

टिश्यू कल्चर विधि खेती की एक तकनीक है. इसमें कम समय में ही केला तैयार कर लिया जाता है. समय कम लगने के साथ ही पौधे की क्वालिटी बेहतर होती है। पौधे अधिक हेल्दी होती हैं। उपज बढ़नने से किसानों की इनकम बढ़ जाती है। देश में बड़ी संख्या में किसान इस तरह की खेती करना पसंद करते हैं।

62500 रुपये की होगी बचत

एक हेक्टेयर में केले की खेती की जाती है तो उसपर करीब सवा लाख रुपये का खर्चा आता है। राज्य सरकार इतनी लागत पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है। इस तरह किसानों कीी 62500 रुपये की सीधे तौर पर बचत होगी यानि आधा पैसा किसान और आधा राज्य सरकार के स्तर से दिया जाएगा।

यहां करें आवेदन

टिश्यू कल्चर से खेती करने के लिए किसान ऑनलाइन जाकर जानकारी ले सकत हैं। आवेदन भी कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को बिहार बागवानी विभाग की आधाकारिक वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाकर आवेदन करना होगा। अपने जिले में सहायक निदेशक उद्यान से भी इस संबंध में जानकारी ली जा सकती है।


खबर शेयर करें
TAGGED:
Share This Article
By Harry
Follow:
नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।