गर्मियां आते ही प्याज की मांग के साथ-साथ उसकी कीमत भी बढ़ गई है। किसानों के पास भारी मात्रा में प्याज होते हुए कोई ऐसा खरीददार नहीं मिल रहा जो उचित दाम दे सके. ऐसे में जमा प्याज सड़ने को तैयार है।
गर्मी की शुरुआत होते ही देश दुनिया में प्याज की मांग बढ़ गई है। जिसके चलते कई देशों में प्याज की कीमत में काफी उछाल आया है। कई देशों में लोगों को प्याज के बगैर ही गुजारा करना पड़ रहा है। वही राजस्थान के जोधपुर के किसानों को प्याज की पैदावार नागवार गुजर रही है। प्याज की लागत से भी कई गुना कम कीमत में बाजार में प्याज बिक रहे है। प्याज की खेती करने वाले किसानों की आंखों में आंसू साफ देखे जा सकते हैं।
आमतौर पर प्याज के पैदावार की लागत कीमत 12 से 15 प्रतिकिलो किसान को उपज के दौरान मिलती हैं। लेकिन इन दिनों प्याज की कीमत मात्र 3 से 4 रुपए किलो बाजार में बिक रही हैं। आने वाले दिनों में देश में प्याज की कीमत बढ़ेगी, इसके कम ही आसार नजर आ रहे हैं। लेकिन विदेशों में प्याज की कीमत सुनकर हर कोई हैरान हैं।
लागत मूल्य से भी कम दामों में बिक रहा प्याज
जोधपुर से 40 किलोमीटर दूर बालरवा गांव के किसान चामुंडा राम परिहार ने बताया कि प्याज की पैदावार तो बंपर हुई थी। लेकिन प्याज खेतों में ही पड़ा सड़ रहा है। क्योंकि बाजार में प्याज की कीमत नहीं मिल रही है। प्याज के बीज 3 हजार रुपए किलो में मिलते हैं। एक बीघा में प्याज की उपज करने पर 25 से 30 हजार रुपए लागत आती है। अनुमानित प्रतिकिलो प्याज की कीमत 12 से 15 रुपए है। बाजार में लागत मूल्य से भी बहुत कम मात्र 3 से 4 रुपए किलो में प्याज बिक रहा है। उसमें भी खरीदार नहीं है. किसान चामुंडा राम परिहार ने कहा कि प्याज की पैदावार करके हमें बहुत नुकसान हो रहा है। क्योंकि हमें इसका लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है। भारी नुकसान हो चुका है और अब खेतों में पड़ा प्याज इंतजार कर रहा है। कि उसे कोई खरीदार मिले।
ग्राहक का इंतजार कर रहा प्याज
बता दें कि किसान के खेतों में प्याज की फसल साल में दो बार होती है. प्याज की फसल के साथ ही उम्मीदें भी किसान की बंधी रहती है कि उसकी आमदनी बढ़ेगी। लेकिन किसान के खेत में उगने वाला प्याज किसान के ही आंखों में आंसू ला रहा है। क्योंकि किसान के खेतों में उगने वाला प्याज ग्राहक का इंतजार कर रहा है, क्योंकि व्यापारी बाजार में प्याज की कीमत कम होने के चलते खरीदारी करने नहीं पहुंच रहे हैं। साथ ही किसानों के खेतों में पड़ा प्याज सड़ने की तैयारी में हैं।

