पीएम मोदी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने खरीफ सत्र 2023-24 के लिए किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत, खरीफ सीजन 2023-24 के लिए बाजरा, मक्का, धान, अरहर की दाल, मूंग दाल, कपास और अन्य फसलों की एमएसपी में वृद्धि की गई है। इसका उद्देश्य किसानों को उत्पादन में वृद्धि और सुरक्षित पारिश्रमिक कीमतों के माध्यम से उन्नति प्रदान करना है।
खरीफ फसलों के नए एमएसपी (MSP) 2023-24
निम्नलिखित तालिका में खरीफ सत्र 2023-24 के लिए मुख्य कृषि फसलों के नए एमएसपी (MSP) की जानकारी दी गई है:
फसल | MSP 2022-23 (रुपये/क्विंटल) | MSP 2023-24 (रुपये/क्विंटल) | वृद्धि (रुपये/क्विंटल) |
धान (सामान्य) | 2040 | 2183 | 143 |
धान (ग्रेड ए) | 2060 | 2203 | 143 |
ज्वार (संकर) | 2970 | 3180 | 210 |
ज्वार (मालंदी) | 2990 | 3225 | 235 |
बाजरा | 2350 | 2500 | 150 |
रागी | 3578 | 3846 | 268 |
मक्का | 1962 | 2090 | 128 |
तूर (अरहर) | 6600 | 7000 | 400 |
मूंग | 7755 | 8558 | 803 |
उड़द | 6600 | 6950 | 350 |
मूंगफली | 5850 | 6377 | 527 |
सूरजमुखी के बीज | 6400 | 6760 | 360 |
सोयाबीन (पीला) | 4300 | 4600 | 300 |
तिल | 7830 | 8635 | 805 |
रामतिल | 7287 | 7734 | 447 |
कपास (मध्यम रेशे वाली) | 6080 | 6620 | 540 |
कपास (लम्बे रेशे वाली) | 6380 | 7020 | 640 |
खरीफ फसलों के लिए नए MSP का महत्व
यह नया एमएसपी (MSP) की बढ़ोतरी का उद्देश्य किसानों को उत्पादन में प्रोत्साहित करना है और उन्हें सुरक्षित आय प्राप्त करने में मदद करना है। नये एमएसपी से किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इससे उन्हें उत्तरप्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी के साथ-साथ आय की सुरक्षा भी मिलेगी।
नए MSP की गणना
नए एमएसपी की गणना खरीफ सत्र 2023-24 की लागतों की विस्तृत जांच के बाद की जाती है। इसमें मानव श्रम, बैल या मशीन श्रम, भूमि किराए का भुगतान, बीज, उर्वरक, खाद, सिंचाई शुल्क, औजारों के मूल्य, कार्यशील पूंजी, डीजल पर ब्याज, आदि शामिल होते हैं।

