Kisan News: देश में खरीफ फसलों की कटाई का कार्य समाप्त हो चुका है और सभी किसान रबी फसलों की बुवाई के लिए तैयारी में लगें हुए हैं। कई किसानों ने खेतों में फसलों की बुवाई कर दी है। मध्यप्रदेश में अधिकांश किसानों द्वारा रबी सीजन में गेहूं की खेती की जाती है। आज हम आपके लिए गेहूं की एक ऐसी शानदार किस्म के बारे में बताने वाले हैं, जो आपको कम लागत पर बंपर पैदावार दे सकती है। हम बात कर रहें हैं गेहूं की “कुदरत 8 विश्वनाथ” किस्म की। कुदरत 8 विश्वनाथ की विशेषताएं नीचे बताई गई है:-
Kisan News: गेहूं की “कुदयत 8 विश्वनाथ” किस्म देखें,एक एकड़ में 30 क्विंटल उपज देगी
Kisan News: गेहूं की कुदरत 8 विश्वनाथ किस्म विपरीत परिस्थितियों में भी आपका साथ देंगी। गेहूं की “कुदरत 8 विश्वनाथ” किस्म की कुछ खास बातें किसानों को आकर्षित कर रही है। हमारे देश में कुदरत 8 विश्वनाथ गेहूं की खेती प्रमुख रुप से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र राज्य में किसानों द्वारा की जाती है। किसानों को आकर्षित करने के कारण इस प्रकार है:-
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• किसानों की बीज चयन की परेशानियों को दूर करने के लिए कुदरत कृषि अनुसंधान संस्थान, ताडिया, जखिनी, वाराणसी जिले के किसान प्रकाश सिंह रघुवंशी द्वारा गेहूं की किस्म ‘कुदरत 8 विश्वनाथ’ विकसित किया गया है।
• अधिक उत्पादन प्राप्त करने के इच्छुक किसानों के लिए गेहूं की ये देशी किस्म ‘कुदरत 8 विश्वनाथ’ एक वरदान साबित हो सकती है।
• गेहूं की ये किस्म बारिश-आंधी व ओले आदि जैसी स्थिति को मात देकर अच्छा उत्पादन प्रदान करेंगी।
• गेहूं की “कुदरत 8 विश्वनाथ” किस्म मौसम में घटते तापमान को सहन करने की क्षमता रखती है।
• गेहूं की कुदरत 8 विश्वनाथ की फसल करीब 110 से 115 दिनों के अदंर पककर पूरी तरह से कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
• इसकी फसल की ऊंचाई लगभग 90 सेटीमीटर और लंबाई 20 सेटीमीटर तक की होती है।
• कुदरत 8 विश्वनाथ किस्म का गेहूं नवंबर से लेकर जनवरी के पहले सप्ताह तक बोया जा सकता है।
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• इस किस्म को अगेती खेती व पिछेती खेती दोनों तरह से बोया जा सकता हैं।
• कुदरत 8 विश्वनाथ गेहूं की किस्म की फसलों पर तेज बारिश-हवा-आंधी व ओले गिरने से भी कोई असर नहीं पड़ता, क्योंकि इस किस्म के पौधे के तने मोटे व मजबूत होते हैं।
• कुदरत 8 विश्वनाथ की बुवाई करके किसान प्रति एकड़ लगभग 25 से 30 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
• कुदरत 8 विश्वनाथ की फसल अवधि 110 से 115 दिन की होती हैं।
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यहां से प्राप्त करें गेहूं का यह बीज
जो किसान भाई गेहूं की कुदरत 8 विश्वनाथ की बुवाई करना चाहते हैं तो वह कुदरत कृषि अनुसंधान संस्थान, ताड़िया, जक्खिनी, पिन 221305, जिला वाराणसी, उत्तर प्रदेश से संपर्क करके बीज प्राप्त कर सकते है।
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