PM Kisan Yojana : किसानों के लिए खुशखबरी, इस दिन खाते में आएंगी 16वी किस्त, देखिए अपडेट 

3 Min Read
खबर शेयर करें

PM Kisan Yojana: मोदी सरकार के द्वारा किसानों को लाभान्वित करने के लिए पीएम किसान योजना को सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। अभी तक 15 किस्तें सरकार के द्वाा जारी जा चुकी हैं। इसके बाद सभी किसानों को 16वीं किस्त का जोरो से इंतजार है।

केंद्र सरकार किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए इस योजना के तहत 6 हजार रुपये ट्रांसफर करती है। जो कि तीन समान किस्तों में दिया जाता है। अब सरकार के द्वारा इस स्कीम के लाभार्थियों के लिए ईकेवाईसी कराना जरुरी कर दिया है। जो भी किसान ये जरुरी काम नहीं करेंगे उनको 16वीं किस्त का लाभ नहीं मिलेगा। केंद्र सरकार ने पीएम किसान स्कीम में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए ईकेवाईसी कराना जरुरी कर दिया है सरकार ने जमीन के सत्यापन को भी जरुरी कर दिया है। सरकार की सख्ती की वजह से 11वीं किस्त के बाद से इस स्कीम का लाभ उठाने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है।

11वीं किस्त का लाभ 10 करोड़ से ज्यादा किसानों को मिला था। इसके बाद 12 वीं कस्त का लाभ 2 करोड़ से कम होकर 8 करोड़ लोगों को मिला था। इसके बाद 13 वीं किस्त का लाभ 8.2 करोड़ लोगों को मिला था। इसक बाद 14वीं किस्त का लाभ 8.5 करोड़ लोगों को मिला था।

केवाईसी कराना है जरुरी

पीएम किसान की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक पीएम किसान स्कीम का लाभ लेने के लिए ईकेवाईसी कराना जरुरी है। वेबसाइट के मुताबिक पीएम किसान में रजिस्टर्ड किसनों के लिए ईकेवाईसी जरुरी है। ओटीपी आधारित ईकेवाईसी पीएम किसान पोर्टल पर पेश है। वहीं बायोमेट्रिक ईकेवाईसी के लिए पास के सीएसी सेंटर में जा सकते हैं।

घर बैठे करें ईकेवाईसी

पीएम किसान की वेबसाइट की मदद से किसान घर बेठे अपने फोन से ईकेवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए पीएम किसान की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। यहां पर फॉर्मर कॉर्नर लिखा नजर आएगा।इसके नीचे ईकेवाईसी का ऑप्शन दिखेगा। इस पर क्लिक कर आधार नंबर को दर्ज करना होगा। ऐसा करने पर आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ओटीपी मिलेगा। इस ओटीपी को भरने के बाद ईकेवाईसी प्रोसेस पूरा हो जाएगा।


खबर शेयर करें
Share This Article
By Harry
Follow:
नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।