Wheat Rate : सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी एवं व्यापारियों की मंडियों में होने वाली खरीदी पर निर्भर करेगा पिछले साल व्यापारियों की मंडियों में गेहूं के भाव 4000 प्रति क्विंटल बिक रहा था लेकिन सरकारी मंडियों में गेहूं का भाव भी ₹4000 प्रति क्विंटल तक था लेकिन इस बार व्यापारियों की इस उत्सुकता के बावजूद असमंजस भी है व्यापारियों में असमंजय की स्थिति क्यों है एवं सीजन में इसका गेहूं के भाव पर क्या असर पड़ने वाला है लिए हम संपूर्ण जानकारी आज के इस आर्टिकल में आपको बताएंग
कुछ दिनों बाद गेहूं को फसल आने वालीं है लेकिन इस सीजन का गेहूं का क्या भाव रहेगा ? गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य गेहूं की खरीदी होने पर निर्भर करता है । व्यापारी गेहूं को लेकर उत्सुक है, लेकिन व्यापारियों की इस उत्सुकता के बावजूद असमंजस्य देखने को मिल रही है । आने वाले गेहूं का भाव क्या रहेगा ? क्या भाव में उछाल आयेगा ? ये जानकारी हम आपको नीचे दिखाने वाले हैं।
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Wheat Rate : इस साल रबी सीजन में गेहूं की बोवनी 4.04 प्रतिशत कम हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार गेहूं की बोवनी 320.54 (पिछले वर्ष 324.58) लाख हेक्टेयर जमीन पर हुई है। जिसका सीधा असर गेहूं पर पड़ा है और मौसम के कारण भी गेहूं की पैदावार कम होने के आसार है । इसी को देखते हुए कृषि मंत्रालय ने नए नियम जारी किए है इस साल देश में गेहूं का कुल उत्पादन 114 मिलियन टन होने की संभावना है । पिछले वर्ष 2022-23 में सरकारी अनुमान के अनुसार गेंहू का उत्पादन 110.55 मिलियन टन रहा था।
गेहूं का बंपर स्टॉक
सरकारी गोदाम में घटितों को लेकर चींटी दोष सजग दिख रही है गेहूं का स्टॉक देश में 16 साल में सबसे कमजोर बताया जा रहा है बंपर स्टाफ पे का पैमाना 1 अप्रैल की अवधि 7. 46 मिलियन तन है इसके मुकाबले फिलहाल स्टॉक 8.35 मिलियन टन रह गया है।
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सीजन में गेहूं के एमएसपी एवं मंडी भाव क्या रहेंगे, जानें
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हम आपको बता दे की न्यूनतम समर्थन मूल्य अर्थात एमएसपी में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष केंद्र सरकार ने 7 प्रतिशत की वृद्धि की है। पिछले वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य जहां 2125 रुपए था, वहीं अब यह 2275 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इसके साथ ही सरकार बफर स्टॉक बढ़ाने के लिए 2700 रुपए प्रति क्विंटल का भाव कर सकती है फिलहाल इसके आदेश नहीं हुए हैं, किंतु आदेश जारी होने की संभावना है।
2024 में लोकसभा चुनाव होना है। ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा ने चुनावी घोषणा पत्र में गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल किए जाने का वादा किसानों से किया
न्यूनतम समर्थन मूल्य बड़ाने के स्थान पर गेहूं पर 425 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस दे सकती है। इधर मंडी में गेहूं का भाव समर्थन मूल्य के करीब रहने की संभावना है अर्थात गेहूं का मंडियों में न्यूनतम भाव 2400 रुपए प्रति क्विंटल के लगभग रहेगा वहीं अधिकतम भाव 2900 रुपए प्रति क्विंटल रहने की संभावना है। गेहूं के वर्तमान भाव 3000 रुपए प्रति क्विंटल के लगभग बने हुए हैं। मंडियों में गज्जर गेहूं 2500 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है।
गेहूं की खरीदी जल्दी शुरू होगी
मिडिया रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी को लेकर सरकार अभी से सक्रिय हो चुकी है। इस वर्ष किसानों को अधिक लाभ प्राप्त होने की संभावना है। क्योंकि गेहूं का समर्थन मूल्य सरकार द्वारा बढ़ा दिया गया है। सरकार की नजरें ज्यादा से ज्यादा गेहूं की खरीदी पर है और नई फसल पर उम्मीदें टिकी है। कमजोर स्टॉक के चलते सरकार गेहूं की खरीदी एक महीने पहले शुरू करने की योजना बना चुकी है, अर्थात अप्रैल में होने वाली खरीदी मार्च में शुरू करने की संभावना है।