काली मिर्च की खेती करके कमा सकते तगड़ा मुनाफा, बाजार में हो रही भारी डिमांड, जानिए खेती करने का सही तरीका। भारतीय मसालों की महक पूरी दुनिया में महसूस की जाती है। दुनिया भर में हमारे देश के मसालों की मांग बहुत ज्यादा मात्रा में हो रही है। आइये जानते इसके बारे में जानकारी।
आपको बतादे मसालों के निर्यात में हमारा देश पहले स्थान पर है। मसाला फसलों का क्षेत्रफल विस्तृत है। आइये जानते है कैसे आप इस मसाले की खेती करके कम समय में लाखो रुपये तक की कमाई कर सकते है। आपको बतादे लगभग सभी मसालों की खेती देश के किसान करते हैं। देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर मसालों की मांग निरंतर बढ़ रही है। इन मसालों में से एक है काली मिर्च। काली मिर्च की खेती करने वाले किसानों को अच्छा लाभ मिलता है।
काली मिर्च का प्रयोग गर्म मसाले के रूप में किया जाता है
काली मिर्च की खेती के लिए विशेष देखभाल और पूंजी की आवश्यकता नहीं होती है। यह बाजार में बहुत महंगा बिकता है। आप भी काली मिर्च की खेती करके लाखो रुपये तक की तगड़ी कमाई कर सकते है। काली मिर्च का प्रयोग गर्म मसाले के रूप में किया जाता है। आप भी काली मिर्च की खेती करके लखपति बन सकते है। आपको बतादे काली मिर्च की खेती महाराष्ट्र और पुडुचेरी के अलावा भारत, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप इलाको में की जाती है। काली मिर्च की खेती के मामले में केरल नंबर वन बना हुआ है। काली मिर्च के उत्पादन का 98 % केरल राज्य से ही किया जाता है।

काली मिर्च की खेती विभिन्न प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है
आपकी जानकारी के लिए बतादे काली मिर्च की खेती के लिए तेज धूप और उचित नमी वाले वातावरण की जरुरत होती है। यदि तापमान 10 से 40 डिग्री के बीच हो और आर्द्रता 60 से 70 % केबीच हो तो यह काली मिर्च की खेती के लिए सही साबित हो सकती है। मौसम तटीय क्षेत्रों में आसानी से मिल जाता है। इसी वजह से केरल में काली मिर्च की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। काली मिर्च की खेती विभिन्न प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। परन्तु लाल लैटराइट मिट्टी इसकी खेती के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है। यदि खेत का पीएच मान 4.5 से 6 के बीच हो तो बेहतर उत्पादन किया जा सकता है। काली मिर्च के पौधे बेल की तरह उगते हैं। इसलिए उन्हें बढ़ने के लिए ऊंचे पेड़ों की जरूरत होती है। काली मिर्च को अलग-अलग खेतों में लगाने की बजाय ऊंचे पेड़ों वाले बागों में काली मिर्च की खेती की जाती है।
काली मिर्च की खेती दो चरणों में होती है
जानकारी के लिए बतादे काली मिर्च की खेती दो चरणों में होती है। पहले चरण में काली मिर्च के पौधे को तैयार किया जाता है। दूसरे चरण में इसकी रोपाई की जाती है। वृक्षारोपण पेड़ों की जड़ के पास किया जाता है। नर्सरी तैयार करने के लिए गांठ वाली शाखाओं को पुरानी लताओं से काट दिया जाता है। उन्हें मिट्टी और खाद से भरे पॉलीथिन की थैलियों में डाल दिया जाता है। इस प्रक्रिया के 50 से 60 दिनों के बाद काली मिर्च के पौधो की रोपाई के लिए तैयार हो जाती है।

सप्ताह में एक बार ही सिंचाई की जाती है
बतादे रोपाई के लिए हाथ चौड़ा और पर्याप्त गहरा गड्ढा खोदा जाता है। रोपाई के तुरंत बाद काली मिर्च को सिंचाई की जरुरत पड़ती है। काली मिर्च को दिन में दो बार सिंचाई की आवश्यकता होती है। समय बीतने के बाद सप्ताह में एक बार ही सिंचाई की जाती है। इसके बाद 15 से 20 दिन में खरपतवार निकालते रहते हैं। जब पौधे ऊपर चढ़ने लगें तो प्रूनिंग अवश्य करें। इसके लताओं के विकसित होने के बाद उन पर हरे रंग के गुच्छे दिखने लगते हैं। जब गुच्छों में एक से अधिक फल दिखाई देते हैं। कटाई का काम पूरा करने में 2 महीने का समय लगता है। आम तौर पर एक पौधे से डेढ़ किलो सूखी काली मिर्च प्राप्त कर सकते
काली मिर्च की खेती से जानिए कितना कमा सकते मुनाफा

मिली जानकारी अनुसार बतादे काली मिर्च की खेती में किसानों को ज्यादा मेहनत करने की भी जरूरत नहीं है और बाजार में इसकी डिमांड काफी बढ़ती रहती है। बाजार में काली मिर्च की कीमत करीब 400 रुपये प्रति किलोग्राम है। जिससे आप 40 से 50 हजार महीना तक कमा सकते है। आप भी काली मिर्ची की खेती करके लाखो रुपये की कमाई कर सकते है।

