गेहूं की फसल में किसान साथी अक्सर पैदावार बढ़ाने के लिए कुछ ना कुछ उत्पाद के बारे में पूछते रहते हैं। कृषि विज्ञानकों के अनुसार गेहूं में अगर आपने जरूरत के हिसाब से नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, जिंक, सल्फर या अन्य पोषक तत्वों का प्रयोग किया है। तो आपको कुछ और प्रयोग करने की जरूरत नहीं है। लेकिन यह भी सच है, कि बिना धूप के पौधे जमीन से पोषक तत्वों को नहीं उठा सकते और वह जमीन में पड़े-पड़े बेकार हो जाते हैं। इसलिए किसान साथियों आपको पोषक तत्वों की कमी पौधे में देखने को मिलती है। जब धुप न निकल रही हो तब पोषक तत्वों की प्रयोग स्प्रे के द्वारा चाहिए। गेहूं की फसल में आप कौन सा स्प्रे करें। इस बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए कृपया पुरा लेख पढ़ें।
गेहूं में सस्ता स्प्रे
इस समय गेहूं गोभ अवस्था में आ गई है। इस समय पौधे को सभी पोषक तत्वों को देने की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए आपको मैं कुछ फॉर्मूला बताऊंगा। जो आप अपने गेहूं की फसल में प्रयोग कर सकते हैं। इसके आपको काफी अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे।
गेहूं में बुवाई के समय पोटाश नहीं डाला:तो क्या करें:इस समय स्प्रे करें ये मिटटी में डालें
एनपीके 19-19-19 के साथ आप माइक्रोन्यूट्रिएंट्स जिसमें 6 से 7 माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का मिक्सर आपको बाजार में मिल जाता है।इन दोनों को आपस में मिलकर गेहूं की फसल पर स्प्रे करें।
2 किलोग्राम DAP साथ में 1.5 किलोग्राम MOP का आपस में घोल बनाकर गेहूं में दप्रय करें इसके भी आपको काफी अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे।
जिंक सल्फेट 700g, मैग्नीशियम सल्फेट1 kg, फेरस सल्फेट 500g, मैंगनीज सल्फेट 500g और बोरोन 100g को साथ में घोल बनाकर अपनी फसल पर स्प्रे कर सकते हैं।
ऊपर दिए गए तीनों स्प्रे के साथ आपको टेबुकोनाजोल 25.9% ई.सी की 2.5ml प्रति लीटर के हिसाब से साथ में मिला लें। क्योंकि जो आपकी फसल की पत्तियां पीली हो रही है, या आपको कुछ फंगस जनित रोग दिखाई दे रहे हैं। तो उनको यह दवाई पूरी तरह से खत्म कर देगा और आने वाली फंगस रोगों को भी यह रोकने में आपकी सहायता करता है। किसान साथियों आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी। कृपया कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इसे आगे अन्य किसानों तक अवश्य शेयर करें। धन्यवाद!