DAP खाद से किसानों की जमीन को होता है भारी नुक़सान, किसान ऐसे अपनी जमीन को बचाएं, संपूर्ण जानकारी देखें

किसान साथियों DAP खाद से ज़मीन में नुक़सान से कैसे बचें इसके बारे में हम आपको इस लेख में पूरी जानकारी बताएंगे। DAP खाद कितनी डालनी चाहिए, DAP खाद से कितना फ़ायदा होता है, DAP खाद की उचित मात्रा क्या है।

किसानों से जुड़ी सभी जानकारियां हम हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध करवाते हैं किसान हमारे लिए सर्वप्रथम है। देश में सबसे अहम भूमिका बॉर्डर पर खड़ा जवान और मेहनत करने वाला किसान जो पूरी दुनिया को कमा कर अपनी मेहनत से खिलाता है। जवान और किसान की सबसे अहम भूमिका है। हम पूरी कोशिश करते हैं कि किसानों को सभी जानकारियां पूर्ण तरीके से पहुंचाएं। हमारी कोशिश रहती है कि किसानों को अपनी फसलों के बारे में अच्छे से जानकारी हो,

DAP खाद से ज़मीन में नुकसान से कैसे बचें

दोस्तों बदलते जमाने में खेती करने का तरीका भी किसान ने पूरी तरह से बदल दिया है। आजकल के इस बदलते दौर में ज्यादा पैदावार के चक्कर में किसान रासायनिक खेती कर रहे हैं। जिसका परिणाम खेतों की मिट्टी उपजाऊ शक्ति को खोती जा रही है वह देखने को मिल रहा। ज्यादा रसायनिक खाद का उपयोग किसान ज्यादा पैदावार करने के लिए करता है। रसायनिक दवाइयां खेत की जमीन के लिए घातक है हानिकारक है। ज्यादा स्प्रे और खाद के उपयोग से जमीन की उपजाऊ शक्ति खत्म होती है।

आजकल किसान ज्यादा पैदावार के लिए खाद सप्रे का जरूरत से ज्यादा उपयोग कर रहे हैं। DAP खाद के जितने फायदे हैं उतने नुकसान भी हैं। अगर सही मात्रा में खाद का उपयोग नहीं होता है तो यह जमीन के लिए हानिकारक है। ज्यादा खाद डालने से जमीन की उपजाऊ शक्ति कम होने के साथ-साथ फसल को भी नुकसान होता है। अगर आप अपने खेत में DAP खाद का ज्यादा उपयोग करते हैं तो यह आपकी जमीन की उर्वरक शक्ति को खत्म कर देगा। उपजाऊ शक्ति खत्म होने के कारण फसलों में डीएपी के केमिकल पाए जाते हैं।

DAP का केमिकल बारिश के सीजन में फैलता है तेज़ी से

आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि DAP खाद का केमिकल बारिश के सीजन में बहुत तेज गति से फैलता है। खेत में ज्यादा जलभराव हो जाने से खेत की मिट्टी इधर-उधर होती है और एक खेत से दूसरे खेत में भी जाती है। जिसके कारण अन्य खेत व सब्जियों में यह केमिकल मिल जाते हैं जिसकी कोई आवश्यकता नहीं होती। सब्जियों में डीएपी खाद के केमिकल पाए जाते हैं। इसलिए अगर आप भी डीएपी का इस्तेमाल करते हैं तो सीमित मात्रा से अधिक डीएपी अपने खेत में ना डालें। जितनी मात्रा डीएपी की प्रति एकड़ में तय की गई है उसी अनुसार अपने खेत में डीएपी डालें।

DAP छिड़काव की सही विधि

काफी किसान साथी डीएपी का उपयोग अपने खेत में करते हैं अगर आप भी डीएपी की तरफ हैं और डीएपी का उपयोग करते हैं तो आपको प्रति एकड़ जमीन में जमीन की बुवाई के समय 50 किलो से अधिक दिए थे नहीं डालनी चाहिए। 50 किलो से ज्यादा प्रति एकड़ में डीएपी का छिड़काव ना करें।

ज्यादा पैदावार के चक्कर में किसान साथी ज्यादा खाद का उपयोग करते हैं इसलिए 50 किलो से ज्यादा आप अपने खेत में डीएपी का उपयोग ना करें। यह आपकी जमीन के लिए हानिकारक हो सकती हैं। डीएपी खाद में 18% नाइट्रोजन की मात्रा होती है। फास्फोरस की मात्रा 40% तक होती है। अगर इसका अधिक इस्तेमाल किया जाता है तो यह आपके फसल के लिए और जमीन के लिए हानिकारक हो सकती है और आपकी फसल को बर्बाद भी कर सकती है इसलिए सीमित मात्रा में डीएपी खाद का उपयोग करें और किसी भी खाद या सपरे का ज्यादा अधिक उपयोग अपने खेत में ना करें।

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