Wheat Rates 2024 : गेहूं के भाव में आएंगी भारी हलचल, सरकार ने किया बड़ा ऐलान, जानिए पूरी जानकारी 

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Wheat bhav order | अल नीनो के प्रभाव के कारण इस बार सर्दी कम पड़ी। मौसम वैज्ञानिक गर्मी जल्दी शुरू होने की संभावना जता रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार फरवरी माह से गर्मी की शुरुआत हो जाएगी इसका सीधा असर रबी फसलों पर पड़ेगा। खासकर गेहूं की फसल इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होगी। गेहूं का उत्पादन कम होने की संभावना बढ़ गई है। इधर दूसरी ओर पिछले दो वर्ष के दौरान सरकार के पास गेहूं का बफर स्टॉक घटा है।

यही कारण है कि सरकार अभी से गेहूं की अधिक खरीदी को लेकर सतर्क हो गई है। यूपी में गेहूं खरीदी Wheat bhav order के समय सीमा निर्धारित कर दी गई है यूपी में 15 मार्च से ही गेहूं की खरीदी शुरू हो जाएगी, जो 15 में तक चलेगी। केंद्र सरकार ने देश के अन्य गेहूं उत्पादक राज्यों में भी राज्य सरकारों को गेहूं की खरीदी संबंधी तैयारियां करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं सरकार ने गेहूं भाव के संबंध में हाल ही में निर्देश जारी किया है। आईए जानते हैं सरकार द्वारा जारी पूरा आदेश एवं इसका गेहूं के भाव Wheat bhav order पर क्या प्रभाव पड़ता है.. 

कृषि निर्यात बढ़ने का अनुमान 

Wheat bhav order | देश का कृषि निर्यात 2030 तक दोगुना होकर 100 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है। भारत गुड्स एंड सर्विसेज के एक्सपोर्ट को 2030 तक 2,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।चावल, गेहूं और चीनी सहित कुछ प्रमुख वस्तुओं की खेप पर लगाए गए अंकुशों के बावजूद चालू वित्त वर्ष में देश का एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट पिछले साल के 53 अरब डॉलर के स्तर से अधिक रहेगा। निर्यात प्रतिबंध और अंकुशों की वजह से इस वित्त वर्ष में लगभग 4 से 5 अरब डॉलर का निर्यात प्रभावित होगा। किसानों को कृषि निर्यात बढ़ने से गेहूं Wheat bhav order के साथ-साथ चावल एवं गन्ने का भाव अच्छा मिलने की संभावना है।

निर्यात पर पाबंदी नहीं हटाई जाएगी

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि गेहूं, चावल और चीनी के निर्यात पर लगी पाबंदियां हटाने का कोई भी प्रस्ताव फिलहाल सरकार के सामने नहीं है। गोयल ने कहा कि भारत का गेहूं और चीनी के आयात का कोई इरादा नहीं है।वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि गेहूं, Wheat bhav order चावल और चीनी के निर्यात पर लगी पाबंदियां हटाने का कोई भी प्रस्ताव फिलहाल सरकार के सामने नहीं है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने एक बड़ी घोषणा की है।

सरकार के इस निर्णय से किसानों का होगा फायदा

Wheat bhav order | केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार गेहूं, चावल और चीनी पर निर्यात प्रतिबंध हटाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है। इसके साथ ही भारत गेहूं और चीनी का आयात नहीं करेगा। भारत ने घरेलू स्तर पर बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए मई, 2022 में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद जुलाई, 2023 से गैर-बासमती चावल के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है।सरकार ने अक्टूबर, 2023 में चीनी के निर्यात पर भी रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया था। सरकार द्वारा दिए गए इस निर्णय के पश्चात गेहूं Wheat bhav order के साथ-साथ गन्ने एवं चावल की कीमत कम होने की संभावना नहीं है। इसका किसानों को फायदा मिलेगा एग्रीकल्चर एक्सपर्ट बताते हैं कि वर्तमान में देश में खाद्यान्न की भरपूर का बफर स्टॉक कम हुआ है ऐसे में सरकार अधिक खरीदी पर जोर देगी जिसके चलते मंडियों में भाव बढ़ने की संभावना है।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।