Kisan News: अगर आप अपने गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए अच्छी किस्म की तलाश कर रहे हैं तो गेहूं की DBW 296 (करण ऐश्वर्या) आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकती है। वैज्ञानिकों द्वारा गेहूं की इस किस्म को सभी प्रकार के परीक्षणों के बाद जारी किया गया है। मुख्य रूप से गेहूं की यह किस्म रोगों के लिए प्रतिरोधी है। इस पोस्ट के माध्यम से हम आज आपको गेहूं की किस्म DBW 296 (करण ऐश्वर्या) से संबंधित हर प्रकार की जानकारी प्रदान करेंगे। गेहूं की इस किस्म की विशेषताएं जानने के लिए लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
गेहूं की अच्छी पैदावार बढ़ाने के लिए क्योंकि यह किस्म देखें, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के लिए बेहतर
Kisan News: गेहूं की किस्म DBW 296 (करण ऐश्वर्या) आईसीएआर-भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल द्वारा विकसित एक नई सर्वश्रेष्ठ उपज देने वाली गेहूं की किस्म है। मुख्य रूप से गेहूं की व DBW 296 (करण ऐश्वर्या) भारत देश के उत्तर-पश्चिमी मैदानों के लिए जारी की गई है। उत्तर पश्चिमी मैदानों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजनों को छोड़कर), पश्चिमी उत्तर प्रदेश (झांसी डिवीजन को छोड़कर), जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों (जम्मू और कठुआ जिला), हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों (ऊना जिला और पांवटा घाटी) उत्तराखंड (तराई क्षेत्र) शामिल हैं।
गेहूं की किस्म DBW 296 (करण ऐश्वर्या) की खास बातें
• DBW 296 (करण ऐश्वर्या) किस्म सूखे के प्रति सहनशील हैं।
• इसकी उपज क्षमता 83.3 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।
• यह किस्म केवल 2 सिंचाई के साथ 56.1 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की औसत उपज प्रदान करेगा।
• इसमें दाने नरम से अर्ध कठोर, आयताकार, एम्बर रंग के होते हैं जिनका वजन 1000-ग्रेन ~ 43 ग्राम होता है।
• गेहूं की यह किस्म ब्रेड, चपाती और नान जैसे बहुउपयोगी उत्पादों के लिए भी उपयुक्त है।
• DBW 296 (करण ऐश्वर्या) किस्म पीले, भूरे और काले ‘रस्ट’ और अन्य रोगों के लिए प्रतिरोधी है।
• गेहूं की यह नई किस्म सभी प्रमुख बीमारियों के लिए प्रतिरोधी है जिससे गेहूं की उपज कम हो सकती है, किसान रोग नियंत्रण के लिए फफूंदनाशकों के उपयोग से बचकर लगभग 2200 रुपये प्रति हेक्टेयर बचा सकते हैं।