किसान समाचार: सरकार द्वारा इस वर्ष भी रबी फसलों की बीज दरें तय कर दी गई है। मध्यप्रदेश में इस बार गेहूं का बीज ₹4000 प्रति क्विंटल तक मिलेगा। इसके लिए मध्यप्रदेश शासन द्वारा रबी की फसल 2022-23 के लिए प्रमाणित बीज एवं जैविक बीज की उपार्जन, विक्रय एवं अनुदान दरें निर्धारित कर दी गई है। जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि इस वर्ष कृषकों को गेहूं के बीज 4000 रुपए प्रति क्विंटल तक मिलेगे।
किसान समाचार: बीज दरों का निर्धारण कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में गत दिनों हुई बीज निर्धारण समिति की बैठक में लिया गया। निर्णय के मुताबिक इस वर्ष गेहूं, मोटा अनाज (जौ) एवं दलहनी फसलों के प्रमाणित बीज 10 वर्ष तक अवधि की समस्त किस्मों पर तथा 10 वर्ष से अधिक अवधि की किस्मों पर अलग-अलग प्रकार से अनुदान राशि प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही तिलहनी फसलों की 15 वर्ष तक अवधि की समस्त किस्मों पर अनुदान राशि प्रदान की जाएगी।
इसकी दर भी जान ही लिजिए
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार रबी 2022-23 में किसान को गेहूं बीज 4000 रु. क्विंटल मिलेगा, गेहूं की ऊँची जाति 10 वर्ष तक की अवधि पर एवं गेहूं की बौनी जाति 10 वर्ष की अवधि पर 1000 रुपये प्रति क्विंटल एनएफएसएम (गेहूं) योजना के तहत अनुदान दिया जायेगा। गेहूं बीज की ऊंची जाति की उपार्जन दर 2450 रु. प्रति क्विंटल तथा बौनी जाति की उपार्जन दर 2150 रु. प्रति क्विंटल तय की गई है। प्रदेश में चने का बीज 7700 रु. क्विंटल मिलेगा, जिस पर 3300 रु. अनुदान दिया जाएगा। मटर बीज 5100 रु. क्विंटल तक मिलेगा। जौ पर इस वर्ष 1750 रु. प्रति क्विं. तक अनुदान मिलेगा। जबकि कृषकों को जौ का बीज 10 वर्ष तक की अवधि का 3500 रु. क्विंटल मिलेगा।
जानिए कैसे मिलेंगी अनुदान राशि
किसान समाचार: इस वर्ष 2022-23 में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन से अनुदान मिलेगा। जो अलग-अलग फसल किस्मों पर अलग-अलग होगा। किसानों को निगम एवं संस्थाओं द्वारा वितरण किए जाने वाले बीज पर अनुदान का भुगतान उपसंचालक कृषि द्वारा सीधे खाते में किया जाएगा। समिति द्वारा निर्णय लिया गया है कि बीज वितरण अनुदान गेहूं, मोटा अनाज, जौ तथा दलहनी फसलों के लिए अधिकतम 2 हेक्टेयर के लिए एवं तिलहनी फसलों के लिए अधिकतम 5 हेक्टेयर के लिए आवश्यक बीज की मात्रा पर प्रति हितग्राही के मान से देय होगा। प्रमाणित बीज उत्पादन अनुदान दलहनी फसलों के लिए अधिकतम 2 हेक्टेयर के लिए देय होगा।23 अक्टूबर 2022: इस वर्ष प्रदेश में गेहूं का बीज 4000रू. प्रति क्विंटल मिलेगा,देखे रबी फसलों की बीज दरें।
रबी बीजों की उपार्जन एवं विक्रय दर (इकाई- रुपए प्रति क्विं.)
फसल | कृषकों के लिए उपार्जन दरें (बोनस सहित) | संस्था की सकल विक्रय दर तथा कृषकों को प्राप्त होने वाले बीज की अंतिम दर |
गेहूं ऊंची जाति (10 वर्ष और उससे अधिक) | 2450 | 4000 |
गेहूं बौनी जाति (10 वर्ष और उससे अधिक) | 2150 | 3550 |
चना (10 वर्ष और उससे अधिक) | 5350 | 7700 |
मटर (10 वर्ष और उससे अधिक) | 3300 | 5100 |
मसूर (10 वर्ष और उससे अधिक) | 5800 | 7700 |
सरसों (15 वर्ष और उससे अधिक) | 6400 | 9000 |
अलसी (15 वर्ष और उससे अधिक) | 7300 | 9000 |
जौ (10 वर्ष और उससे अधिक) | 1900 | 3500 |
मूंग ग्रीष्मकालीन (10 वर्ष और उससे अधिक) | 7900 | 9850 |
रबी 2022-23 के लिए जैविक बीज की दरें
गेहूं (10 वर्ष और उससे अधिक) | 2800 | 4500 |
चना (10 वर्ष और उससे अधिक) | 6150 | 8000 |
अलसी (15 वर्ष और उससे अधिक) | 8000 | 9950 |