मौसम आज के मौसम समाचार: मध्यप्रदेश के मौसम में लगातार पांच दिनों से मौसम में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है। मध्यप्रदेश में लगातार ठंड में गिरावट जारी है और तापमान में वृद्धि देखने को मिल रही है। इसी के साथ साथ मौसम के साथ साथ मध्यप्रदेश में बादलों का कहर भी देखा गया है। मध्यप्रदेश में अधिकांश जिलों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है वहीं अधिकतम तापमान 30 डिग्री तक देखने को मिल रहा है। इसके चलते हैं मौसम विभाग द्वारा मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी भी दी है। मौसम विभाग में जानकारी देते हुए बताया है कि मध्य प्रदेश में अगले 5 दिनों तक कोई खास बदलाव नहीं होगा हालांकि मौसम में परिवर्तन बारिश और बादल खत्म होने के पश्चात होने की संभावना है।
इन जिलों में भारी बारिश और बिजली की संभावना
मौसम समाचार मध्यप्रदेश: बदलते मौसम के रुख के कारण प्रदेश में बारिश के असार बन रहे हैं। पश्चिमी विक्षाभ का असर उत्तर भारत समेत मध्य भारत के कई इलाकों और राजस्थान में देखने को मिल रहे हैं। मध्य प्रदेश में भी कई इलाकों में पिछले 2-3 दिन से बारिश हो रही है।अब आगे के लिए भी मौसम विभाग ने बारिश, बूंदाबांदी और बिजली गिरने की आशंका जताई है। मौसम जानकारों के अनुसार…
• ग्वालियर और चंबल के शहरों में आज को बारिश के आसार है।
• छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी के साथ मालवा के शाजापुर, आगर मंदसौर और नीमच में भी बूंदाबांदी की संभावना है।
• ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में गरज के साथ बिजली गिर सकती है।
भिंड में गिरे ओले
बीती रात भिंड में माबठ की बारिश के साथ ओले गिरने से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है। अभी भी जिले के ज्यादातर इलाकों में बादल जमे हुए हैं। इससे अभी भी कई इलाकों में बारिश की आशंका है, जिससे आने वाले समय में ठंड में भी इजाफा हो सकता है।
क्यों हो रहा है मौसम में बदलाव
पश्चिमी विक्षोभ दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में स्थित है. अब ये धीरे-धीरे पूर्व की ओर आगे बढ़ रहा है। इन दिनों अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लेकर उत्तर-पश्चिम भारत तक उच्च नमी आ रही है। इसके बाद 27 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है।इससे प्रभाव से मध्य भारत के इलाकों में बारिस हो सकती है।
सावधान रहने की जरूरत
मौसम विभाग ने बारिश के साथ ओले गिरने की आशंका जताई है। वहीं कुछ इलाकों में बिजली भी गिर सकती है। ऐसे में बारिश के दौरान घरों से न निकले। खासकर किसान अपने मवेशी और फसल का खास ध्यन रखें। बारिश और ओलों के बाद मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में अपनी डाइट, पहनावे का ध्यान रखें और इस मौसम में काढ़े का सेवन करते रहें।