MSP 2024 : गेहूं के समर्थन मूल्य में 7 प्रतिशत की वृद्धि, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के साथ नियम और शर्तें भी जानिए 

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गेहूं के समर्थन मूल्य में 7 प्रतिशत की वृद्धि, MSP समर्थन मूल्य गेहूं खरीदी के रजिस्ट्रेशन शुरू, 15 मार्च से शुरू होगी खरीदी गेहूं के समर्थन मूल्य में इस वर्ष 7 प्रतिशत की वृद्धि की गई है, जिससे न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विटल रहेगा। इसके अलावा, चुनावी घोषणा पत्रों में बीजेपी ने कई राज्यों के लिए गेहूं के समर्थन मूल्य को 2700 रुपए प्रति क्विटल बढ़ाने का ऐलान किया था, लेकिन इसका अधिकृत आदेश अभी तक नहीं हुआ है। पिछले दो वर्ष से गेहूं का उत्पादन कम हो रहा है। मौसम को देखते हुए इस वर्ष भी खतरा मंडरा रहा है। इस वर्ष रबी सीजन में गेहूं की बोवनी 4.04 प्रतिशत कम हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार गेहूं की बोवनी 320.54 (पिछले वर्ष 324.58) लाख हेक्टेयर जमीन पर हुई है। इसका असर गेहूं की पैदावार पर पड़ेगा, वहीं मौसम के प्रतिकूल होने के कारण भी गेहूं की पैदावार कम होने की संभावना बढ़ गई है।

सिर्फ 26.2 मिलियन टन की सरकारी खरीदी हो सकी। इसी तरह 2021- 22 में भी 107.74 मिलियन टन के उत्पादन के मुकाबले खरीदी सिर्फ 18.79 मिलियन टन हो सकी। बफर स्टॉक घटना के कारण सरकार समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने MSP Wheat purchase Rule के लिए सतर्क हो गई है। गेहूं के समर्थन मूल्य पर जल्दी खरीदी करने के साथ ही सरकार ने गेहूं की स्टॉक सीमा निर्धारण 31 मार्च तक कर दी है। संभावना है कि इसे बढ़ाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक किसान सरकार को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेच सके।

Know what will be the support price of wheat in 2024

MSP Wheat purchase Rule | पिछले सालों में जहां एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होती थी। खेतों में गेहूं की बुवाई करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है। इसके अलावा गेहूं के समर्थन मूल्य में पिछली वर्ष की तुलना में इस वर्ष समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई है।पिछले वर्ष समर्थन मूल्य 2125 रुपए था वहीं इस वर्ष 2275 रुपए प्रति क्विंटल रहेगा। एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने चुनावी घोषणा पत्र में गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल किए जाने की घोषणा की थी। हालांकि इसका अधिकृत आदेश नहीं हुआ है यदि आदेश होता है तो ऐसी स्थिति में गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल रहेगा।

Wheat purchase on MSP will start from March 15

MSP Wheat purchase Rule | केंद्र सरकार के बाद के निर्देशों के बाद एमपी में गेहूं खरीदी को लेकर आवश्यक तैयारियां होने लगी है इधर यूपी सरकार ने किसानों को गेहूं खरीदी को लेकर बड़ी राहत दे दी है। यूपी में गेहूं खरीदी के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। यूपी सरकार ने इस बार गेहूं की खरीद का समय 15 दिन पहले कर दिया है। पिछले सालों में जहां एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होती थी।वहीं इस बार सरकार ने 15 दिन समय घटाते हुए 15 मार्च से गेहूं की खरीद शुरू करने का निर्देश दिया है। डिप्टी आरएमओ संतोष पटेल ने बताया कि गेहूं की खरीद 15 मार्च से शुरू होकर 15 जून तक चलेगी। समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए अब तक कई किसानों ने रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है। MSP Wheat purchase Rule रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि 15 मार्च से पहले ही गेहूं क्रय केन्द्र फाइनल करते हुए सभी तैयारियां पूरी कर लें जिससे किसानों को दिक्कत न हो।

Rules for purchasing wheat in the year 2024

केंद्र सरकार ने गेहूं खरीदी के कुछ नियमों में बदलाव किया है इस वर्ष किसानों को रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ रजिस्ट्रेशन में नॉमिनी दर्ज करवाना होगा। डिप्टी आरएमओ ने बताया कि गेहूं बेचने MSP Wheat purchase Rule के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसान गेहूं बेचने के समय अगर क्रय केन्द्र पर नहीं जा सकते हैं तो इसके लिए वह रजिस्ट्रेशन के समय अपने परिवार के किसी सदस्य का नाम दर्ज करा सकते हैं। गेहूं बेचने के लिए नामिनी में दर्ज व्यक्ति जाकर अपना अंगूठा लगाकर गेहूं बेच सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि अपना बैंक खाता आधार सीडेड करा लें और एनपीसीआई से मैप करा दें।

MSP Wheat purchase Rule | न्यूनतम समर्थन मूल्य अर्थात एमएसपी में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष केंद्र सरकार ने 7 प्रतिशत की वृद्धि की है। इस वर्ष गेहूं खरीदी के साथ भुगतान की प्रक्रिया को सरल किया गया है। अधिकारियों के अनुसार गेहूं बेचने के 48 घंटे के अन्दर गेहूं का समर्थन मूल्य MSP Wheat purchase Rule खाते में भेज दिया जाएगा। पिछले वर्ष इसका समय 7 दिन निर्धारित किया गया था।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।