पशुपालकों को नगर निगम की चेतावनी,गाय भैंस खुलें मिलें तो कर देंगे नीलाम,10 हजार जुर्माना भी लगेगा, देखें खबर

3 Min Read
खबर शेयर करें

आगरा में पशु पालकों के लिए आवश्यक खबर है। यदि आपके भी तबेले के पशु छुट्टा रहते हैं तो जुर्माना भरने के लिए तैयार रहें। गाय-भैंस छुट्टा मिलने पर पहले तो नगर निगम उन्हें नीलाम कर देगा। साथ ही 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाएगा।

उत्तर प्रदेश के आगरा में तबेलों के मवेशियों पर बुधवार से नगर निगम शिकंजा कसेगा। गाय-भैंस खुली छोड़ी तो कैटल कैचर से पशुओं को निगम की टीम पकड़ ले जाएगी। इनकी बोली लगाकर नीलाम कर दिया जाएगा। साथ ही जुर्माना राशि भी पांच गुना अधिक होगी। दो की जगह 10 हजार रुपये जुर्माना लगेगा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 मार्च तक सड़कों से गोवंश हटाने के आदेश दिए थे। मियाद खत्म होने के बाद भी गोवंश नहीं हटे। सोमवार को सीएम ने लापरवाही पर नाराजगी जताई। सत्यापन के लिए शासन से नोडल अधिकारी आ रहे हैं।

गाय-भैंस पकड़ने को इलाके चिह्नित

मंगलवार को दिनभर नगर निगम में शहर की सड़कों से गाय-भैंस और सांड को हटाने के लिए मंथन चला। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि नगर निगम ने नई व्यवस्था बनाई है। जो पशु पालक दूध दोहने के बाद गाय-भैंस को खुला छोड़ देते हैं, उन्हें पकड़ कर नीलाम किया जाएगा। खुली बोली से नीलामी होगी। गाय-भैंस पकड़ने के लिए इलाके चिह्नित किए हैं। बुधवार से 10 टीमें यहां नजर रखेंगी।

100 वार्डों में संचालित हैं एक हजार से अधिक तबेले

नगर निगम के 100 वार्डों में एक हजार से अधिक तबेले संचालित हैं। जिनमें 10 से 15 हजार गो व भैंस वंश पशुओं का अनुमान है। निगम ने ताजगंज में 10 तबेलों को नोटिस भी दिए हैं। मंडलायुक्त अमित गुप्ता द्वारा अनुश्रवण समिति बैठक में लगातार नगर निगम को तबेलों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए जा रहे हैं, परंतु पशु कल्याण अधिकारी कार्यालय की लापरवाही के कारण प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी।

500 बताए, 1500 पकड़े फिर भी छुट्टा गोवंश

शहर की सड़कों पर कितना गोवंश है नगर निगम ने इसका सर्वे तक नहीं किया। पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अजय कुमार सिंह ने 500 निराश्रित गोवंश होने की बात कही थी। दो से 31 मार्च तक 1500 से अधिक गाय,भैंस व सांड़ पकड़े गए हैं। इनमें एक हजार निराश्रित गोवंश था। फिर भी सड़क से लेकर रेलवे की पटरियों तक छुट्टा गोवंश घूम रहा है।


खबर शेयर करें
Share This Article
By Harry
Follow:
नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।