Murgi Palan: कड़कनाथ मुर्गी पालन से करें लाखों की कमाई, मध्यप्रदेश मुर्गी पालन योजना का लाभ उठाएं

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Kadaknath murgi Palan: अगर आप मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहता है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आपके लिए मुर्गी पालन योजना के तहत आपको केंद्र सरकार द्वारा 25 लाख रुपए की सब्सिडी दी जा रही है। अगर आप मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो आप कड़कनाथ मुर्गी पालन करके आसानी से अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। कड़कनाथ मुर्गी पालन व्यवसाय के लिए फ्री में शेड और बर्तन, 6 माह तक का दाना, वैक्सीनेटेड चूजे मिल रहे हैं। देश के किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए खेती के साथ-साथ पशुपालन का व्यवसाय भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य की जनजातीय महिलाओं के लिए कड़कनाथ मुर्गा पालन इकाई की स्थापना करने की योजना बनाई है, ताकि इन्हें रोजगार मुहैया कराया जा सके।

कड़कनाथ मुर्गी पालन योजना: कड़कनाथ मुर्गी को पोषक तत्व से माना जाता है। इसी के चलते प्रतिदिन बाजार में इसकी मांग बढ़ती जा रही है। कड़कनाथ मुर्गी पालन को जागरूक करने और किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने कड़कनाथ मुर्गी पालन योजना की शुरुआत की है। कड़कनाथ मुर्गे की त्वचा, पंख, मांस, खून सभी का रंग काला होता है। सफेद चिकन की तुलना में इसमें कॉलेस्ट्रोल की मात्रा काफी कम होती है, फैट की मात्रा कम होने के चलते इसे हृदय और मधुमेह के रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। कड़कनाथ मुर्गा रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ कम वसा, प्रोटीन से भरपूर, हृदय-श्वास और एनीमिक रोगी के लिए लाभकारी है।कड़कनाथ मुर्गी का एक अंडा करीब 30 से 35 रुपए और मुर्गा 900 से 1100 रुपए प्रति किलो तक आसानी से बिक जाता है।

कड़कनाथ मुर्गी पालन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

• कड़कनाथ का चूजा बेचने के लिए लगभग 5 से साढ़े 5 महीने में तैयार हो जाता है।
• आम पोल्ट्री से कड़कनाथ इसलिए अलग है, क्योंकि ये हमारी नेटिव ब्रीड है इसलिए इसमें बीमारी बहुत कम है।
• कड़कनाथ नस्ल के चूजे की कीमत लगभग 70 से 100 रुपयों तक रहती है।
• कड़कनाथ नर मुर्गे का वजन 1.800 ग्राम से 2 किलो और मादा का वजन 1.250 ग्राम से 1.500 ग्राम तक होता है। इस प्रजाति की मुर्गी साल में करीब 60 से 80 अंडे देती है।
• कड़कनाथ मुर्गी पालन (kadaknath murgi palan) के लिए पोल्ट्री फार्म गांव या शहर से थोड़ी दूरी पर ही खोलें। इसके लिए आप कृषि विज्ञान केंद्र या किसी पोल्ट्री फार्म से ट्रेनिंग ले लें। स्वस्थ चूजों को ही पोल्ट्री फार्म में रखें। फार्म को थोड़ी ऊंचाई पर बनाएं, ताकि पानी का जमाव न हो।
• ‘कड़कनाथ’ को दुनिया की सबसे महंगी चिकन ब्रीड माना जाता है। ‘कड़कनाथ’ के मांस में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है।
• कड़कनाथ मुर्गे के 3 प्रजाति मिलते हैं। इनमें जेट ब्लैक गोल्डन ब्लैक और पेसिल्ड ब्लैक शामिल हैं। इनका वजन 1.8 किलों से 2.0 किलो तक होता है।

मध्य प्रदेश सरकार की मुर्गी पालन योजना क्या है

• मध्य प्रदेश सरकार की इस योजना का लाभ पहले चरण में 310 महिलाओं ने लिया। इसमें झाबुआ जिले में 106, अलीराजपुर में 87 और बड़वानी जिले में 117 जनजातीय महिलाओं ने प्रथम चरण में कड़कनाथ मुर्गे का पालन शुरू कर योजना का लाभ लिया है। इन जिलों की महिलाओं को कुक्कुट विकास निगम द्वारा 10×17 का शेड, बर्तन, 6 माह तक का दाना, वैक्सीनेटेड 50 चूजे अब तक दिए जा चुके हैं। मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में योजना का दूसरा चरण आरंभ हो गया है।
• मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योजना के क्रियान्वयन की प्रशंसा करते हुए कहा कि जल्द ही ये जनजातीय महिलाएं न केवल कड़कनाथ मुर्गे से अच्छी आय प्राप्त करेंगी बल्कि अपने बच्चों को पौष्टिक आहार के साथ उज्ज्वल भविष्य भी सौंपेंगी। सरकार की कड़कनाथ कुक्कुट पालन योजना का लाभ सतना जिले के उचेहरा विकासखंड के कई गांव की महिलाओं ने भी उठाया है।
• इसमें जनजातीय बाहुल्य ग्राम गोबरांव कला, पिथौराबाद, धनेह, जिगनहट, बांधी, मौहार और नरहटी में जनजातीय महिलाओं के लिए करीब 30 कड़कनाथ कुक्कुट इकाइयां स्थापित कर दी गई हैं। योजना के तहत इन्हें पहले चरण में 40-40 कड़कनाथ चूजे और उच्च गुणवत्ता युक्त 58 किलोग्राम कुक्कुट आहार दिया गया है।

स्त्रोत – graminmedia


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