इली की समस्या किसान इस तरह करें चने की फसल में फली छेदक कीट का नियंत्रण

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चने में फली छेदक कीट का नियंत्रण

यह चने की फसल का प्रमुख कीट है तथा उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, बिहार, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात कर्नाटक व मध्य प्रदेश राज्यों में चने की फसल को 20-30 प्रतिशत तक की हानि पहुँचाता है हेलिकोवर्पा आर्मिजेरा (हुबनर) एक बहुभक्षी कीट है, जो सामान्यतः चना फली भेदक नाम से जाना जाता है सम्पूर्ण भारत में चना की फसल पर लगने वाला यह प्रमुख कीट है, जो 181 प्रकार की फसलों एवं 48 प्रकार की खरपतवारों को खा सकता है इस कीट का प्रकोप पत्तियों व पुष्पों की अपेक्षा फलियों पर सार्वधिक होता है। हरे रंग की लटें 1.25 इंच लम्बी होती है, जो बाद में भूरे रंग की हो जाती है इस कीट की छोटी इल्ली फसल की कोमल पत्तियों को खुरच-खुरच कर खाती है व बड़ी इल्ली चना फलियों में गोलाकार छिद्र बनाकर मुँह अंदर घुसाकर दाने खा जाती है इसकी एक इल्ली अपने जीवन काल में 30 से 35 दाने खा सकती है अनुकूल वातावरण में इस कीट का प्रकोप चने की फसल को नष्ट कर देता है। इसलिए किसानों को समय रहते इनका नियंत्रण कर लेना चाहिए।

फली छेदक कीट के लिए जैविक नियंत्रण

कीट भक्षी चिड़ियों के बैठने के लिए टी आकार के अड्डे 30-40 प्रति हेक्टेयर की दर से लगाएँ जनवरी-फरवरी महीने में 5 से 6 फेरोमेन ट्रैप प्रति हेक्टेयर में लगाएँ एक या अधिक फली छेदक की तितलियाँ (दो से तीन दिन लगातार) आने पर 5 से 8 दिन के बीच में पहला छिड़काव करना चाहिए चने में फली छेदक कीड़े के नियंत्रण हेतु लगभग 50 प्रतिशत फूल आने पर एन.पी.वी. 250 एल.ई. 1 मिलीलीटर दवा प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर शाम के समय छिड़काव करें दूसरा छिड़काव 15 दिन बाद बी.टी 1200 ग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से करें तीसरा छिड़काव आवश्यक हो तो एन.पी.वी. का उपयोग करें। लगभग 50 प्रतिशत फूल आने पर एजेडिरेक्टिन (नीम का तेल) 700 मि.ली. प्रति हेक्टेयर की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें

फली छेदक कीट का रासायनिक नियंत्रण

चने में फूल आने से पहले तथा फली लगने के बाद मैलाथियान 5 प्रतिशत चूर्ण का 20-25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से भुरकाव करें कीट का प्रकोप दिखाई देते ही एसीफेट 75 एस.पी. 2 ग्राम दवा प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें या इंडोक्सीकार्ब 14.5 एस.सी 1 मिली लीटर प्रति लीटर या ईमामेक्टिन बेंजोएट 5 एस.जी. 0.5 ग्राम प्रति लीटर में घोल कर छिड़काव करें।

source by – ekisan


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नमस्ते! मैं कपिल पाटीदार हूँ। सात साल से मैंने खेती बाड़ी के क्षेत्र में अपनी मेहनत और अनुभव से जगह बनाई है। मेरे लेखों के माध्यम से, मैं खेती से जुड़ी नवीनतम तकनीकों, विशेषज्ञ नुस्खों, और अनुभवों को साझा करता हूँ। मेरा लक्ष्य है किसान समुदाय को सही दिशा में ले जाना और उन्हें बेहतर उत्पादकता के रास्ते सिखाना।
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