Sarso Variety: सरसों की प्रति हेक्टेयर 25 क्विंटल उत्पादन देने वाली सर्वश्रेष्ठ किस्में, देखें इनके नाम और विशेषताएं

5 Min Read
खबर शेयर करें

सरसों की खेती : शरद ऋतु शुरू हो गई हैं रबी फसल की बुवाई शुरू हो गई हैं। किसान भाइयों ने सरसों की बुवाई शुरू कर दी है। सरसों की बुवाई का सही समय सितम्बर अंत से नवंबर अंत तक का होता है। इस पोस्ट के माध्यम से जानें सरसों की बेस्ट 5 किस्म के बारे में  जो आपको कम समय,कम सिंचाई में सरसों की अधिक पैदावार देती हैं। इन सरसों की बेस्ट 5 किस्म में  तेल की मात्रा  अच्छी होती हैं इसमें कम से कम 37 से 42 प्रतिशत तेल की मात्रा होती हैं,और साथ ही औसत उपज प्रति हेक्टेयर 20 से 25 क्विंटल है । और इन किस्म में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी होती हैं। 

 Mustard Variety: कम समय, कम सिंचाई  और कम खर्च में सरसों की अधिक पैदावार देने वाली यह 5 उन्नत किस्में है; पूसा सरसों आर एच 30, पूसा बोल्ड सरसों , राज विजय सरसों-2,  पूसा डबल जीरो सरसों 31, स्टार (star) 10-15 सरसों किस्म।

बेस्ट 5 सरसों की उन्नत किस्में

(1) Pusa Mustard RH 30(पूसा सरसों आरएच 30);

 पूसा RH 30 सरसों की बेस्ट किस्म में से एक है यह किस्म   पानी वाले क्षेत्र व पानी के आभाव वाले क्षेत्र दोनों आवस्थाओ में विकसित होती है । यह  किस्म 4 महीनों में पककर तैयार हो जाती हैं, PUSA RH 30 किस्म की ओसतन पैदावार प्रति एकड़ 20 से 22 क्विंटल हैं साथ ही इस किस्म में सरसों दाने मे तेल की मात्रा अच्छी होती हैं कम से कम तेल की मात्रा 39 से 40 % होती हैं। इस किस्म में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधीक होती हैं ।यह उन्नत किस्म हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान  में ज्यादा उगाई जाती है।

(2)Pusa Bold (पूसा बोल्ड सरसों किस्म)

पूसा बोल्ड किस्म किसानों की सबसे मनपसंद किस्म है,यह किस्म 130 से 135 दिन में पककर तैयार हों जाती हैं, इस किस्म को पर्याप्त सिंचाई की आवश्यकता होती हैं । पूसा बोल्ड सरसों की ओसत ऊपज 20से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती हैं। पूसा बोल्ड में तेल की मात्रा अधिक होती हैं। पूसा बोल्ड किस्म की ज्यादातर  पैदावार राजस्थान, गुजरात, दिल्ली और महाराष्ट्र में की जाती हैं।

(3)Raj Vijay Mustard-2 (राज विजय सरसों-2) 

राज विजय सरसों-2 किस्म बुवाई के बाद 120 से 135 दिनों में पककर तैयार हो जाती हैं। राज विजय सरसों में तेल की मात्रा कम से कम 38 से 42 % होती हैं। इस किस्म की पैदावार भी अधिक है यह प्रति एकड़ 20 से 25 क्विंटल हैं। राज विजय सरसों–2 का उत्पादान ज्यादातर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान के क्षेत्रों में होता है।

(4) Pusa Double Zero Mustard 31(पूसा डबल जीरो सरसों 31) 

पूसा डबल जीरो सरसों 31 सिंचित क्षेत्र के लिए उपयोक्त होती है, यह किस्म 4 से 5 महीनों में पककर तैयार हो जाती है। पूसा डबल जीरो सरसों 31 की ओसात उपज 23 से 25 प्रति हेक्टेयर है , इसमें तेल की मात्रा काफी अच्छी होती है कम से कम 41 % होती है। यह किस्म पीले दाने वाली सरसों किस्म है।पूसा डबल जीरो सरसों 31 का उत्पादन दिल्ली ,हरियाणा, राजस्थान और उत्तरप्रदेश के क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। 

(5)star (स्टार) 10-15 सरसों किस्म

स्टार 10-15 सरसों बुवाई के बाद 120 से 125 दिन में पककर तैयार हो जाती है। इसमें सिंचाई की कम आवश्यकता होती हैं। इस सरसों दाने मे तेल की मात्रा अधिक होती हैं इसमें तेल की मात्रा 42% होती हैं। इस किस्म की उत्पादन क्षमता 15 से 20  क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती हैं। सरसों की यह 5 बेस्ट किस्म कम समय कम खर्च कम मेहनत में किसानों को अधिक उत्पादन देती हैं किसान इन किस्म से अधिक मुनाफा कमा सकते है।


खबर शेयर करें
Share This Article
By Harry
Follow:
नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।