Kisan Yojana: बीज अनुदान योजना के तहत महिला किसानों को निशुल्क मिल रहे मोटे अनाज और दलहन

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बीज सब्सिडी योजना : केंद्र सरकार देश के किसानों की आय दोगुनी करने और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं लागू करती है। इसी के तहत सरकार द्वारा महिलाओं के लिए बीज सब्सिडी योजना चलाई गई है जिसके तहत महिला किसानों को निशुल्क दलहनी और मोटे अनाज सरकार द्वारा प्रदान किए जाएंगे। इसी के चलते राजस्थान सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए ” मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना ” की शुरुआत की गई है।  राजस्थान राज्य सरकार कृषि सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए ’मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना’ का संचालन कर रही है। इस योजना के माध्यम से कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के साथ उन्हें सशक्त एवं आत्मनिर्भर और आर्थिक संबल बनाने के प्रयास किया जा रहा है। कृषि क्षेत्र से बेहतर उत्पादन लेने के लिए मेहनत से लेकर उन्नत बीजों, प्रबंधन, उर्वरक, कीटनाशक, निगरानी और सिंचाई करना आवश्यक है, नहीं तो अपकों कृषि से बेहतर उत्पादन नहीं मिलेगा।

बीज अनुदान योजना:  एक्सपर्टस बताते है  कि खराब बीज आपके उत्पादन को प्रभावित कर सकता है। इस लिए फसल उत्पादन के लिए बेहतर बीजों का इस्तेमाल करे। आजकल कृषि बाजारों में उन्नत किस्म के हाइब्रिड बीज अच्छे दामों पर उपलब्ध है। लेकिन राजस्थान सरकार द्वारा ’मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना के तहत महिला किसान को उन्नत किस्म के गुणवत्ता वाले देशी एवं हाइब्रिड बीजों का वितरण निःशुल्क किया जा रहा है। जिससे खेती में पुरुषों के साथ महिलाओं की भागीदारी भी समान रहे। कृषि के क्षेत्र में अधिकतर राज्यों की महिलाएं बुवाई से लेकर कटाई तक अहम भूमिका भी निभा रही है। आइए ट्रैक्टरगुरु के इस लेख के माध्यम से मुख्य मंत्री कृषक साथी योजना के माध्यम से बीज वितरण के बारे में जानते है।

मुफ्त बीज वितरण योजना का संचालन

राजस्थान सरकार किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए ’मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना’ के माध्यम से राजस्थान मिलेट्स प्रोत्साहन मिशन और राजस्थान बीज उत्पादन और वितरण योजना चला रही है। जिसके माध्यम से कृषि में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के महिला किसान और किसान परिवारों की महिलाओं को मूंग, मोठ, उड़द, सरसों ज्वार, जई, बाजरा सहित कई अन्य दलहन और मोटे अनाजों के बीजों की मिनीकिट निःशुल्क वितरण किए जा रहे हैं। ताकि कृषि में महिलाओं अपनी भागीदारी देकर देश की अर्थव्यवस्था में भी अपना योगदान दे पाए।

इन महिला किसानों को दिया जाएंगा बीज मिनीकिट

राजस्थान में मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना के माध्यम से विभिन्न मिशन के तहत राज्य में महिला किसानों को निःशुल्क बीजों के मिनीकिट दिए जा रहे है। इसके लिए कृषि विभान ने कुछ पात्रता निश्चित की है। बीजों के निःशुल्क मिनीकीट अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाली महिला कृषकों को प्राथमिकता से वितरण किया जा रहा है। इसके आलवा बीजों के मिनीकिट महिला के नाम से दिए जाएंगे, चाहे कृषि जमीन महिला के पिता, पति, ससुर के नाम से हो। किसान परिवार में एक महिला को बीज का एक मिनीकिट ही उपलब्ध करवाया जाएगा। यह योजना केवल गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाली महिला किसानों के लिए संचालित कि जा रही है।

निःशुल्क बीजों के मिनीकिट कैसे प्राप्त कर सकते है
मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान के कृषि आयुक्त कानाराम का कहना है कि राजस्थान सरकार राज्य में महिला किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना के माध्यम से महिला किसानों को बीजों के मिनीकिट वितरण किया जा रहा हैं। बीजों की मिनीकिट का वितरण संबंधित कृषि पर्यवेक्षक के माध्यम से महिला किसानों को किया जाता है। इसके लिए महिला किसान को जिले में कृषि विभाग के अधिकारी या कृषि पर्यवेक्षक को अपना जन आधार कार्ड दिखाना होता है। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने निकटतम कृषि कार्यालय में संपर्क कर सकते है। इसके अतिरिक्त कॉल सेंटर के निःशुल्क दूरभाष नंबर 1800-180-1551 पर बात करके आगामी निःशुल्क बीज वितरण की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। निःशुल्क बीज वितरण योजना राजस्थान की अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।

बीते 4 सालों में 54 लाख से अधिक महिला को मिला लाभ

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना के तहत संचालित राजस्थान मिलिट्स प्रोत्साहन मिशन और राजस्थान बीज उत्पादन और वितरण मिशन के तहत बीते 4 साल में रबी और खरीफ सीजन के दौरान राज्य में 54 लाख 30 हजार 781 महिला किसानों को बीजों की निःशुल्क मिनीकिट दिए जा चुके है। आंकड़ो पर नजर डाला जाए, तो साल 2022-23 में करीब 26.07 लाख महिला किसानों को निःशुल्क बीजों की मिनीकिट वितरित की गई, जिसमें सरसों, बाजरा, मक्का, मसूर, अलसी और मोठ के बीज शामिल हैं। 

महिलाओं को आर्थिक संबल

राजस्थान सरकार का कहना है कि मिनीकिट बीज वितरण से जहां महिलाओं को आर्थिक संबल हुई, तो वहीं, इससे बंजर पड़े खेतों को दोबारा हरा-भरा बनाने में भी मदद मिली है। राज्य में बीजों की मनीकिट के वितरण से बेहतर परिणाम निकल कर आ रहे हैं। जिसस राज्य में न फसलों का उत्पादन बढ़ रहा हैं, बल्कि रबी और खरीफ फसलों का बुवाई क्षेत्र भी बढ़ रहा है। राज्य की सकल घरेलु उत्पाद में वृद्धि होने के साथ ही किसानों की आय में भी बढ़ोतरी हो रही है।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।