Potato Variety : कम खर्चे में बंपर पैदावार देंगी आलू की यह 5 नई किस्में, देखिए इनकी जानकारी और विशेषताएं 

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मौजूदा समय में किसान अब नई नई तकनीकों का इस्तेमाल अपनी खेती में करने लगे है जिसकी वजह से उनको पैसवार भी काफी अच्छी मिलने लगी है और इसके साथ ही कृषि वैज्ञानिकों के प्रयास के चलते है नई नई किस्मों को भी इजाद किया जा रहा है ताकि किसानों को उनकी खेती से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। अभी हाल ही में देश के कृषि वैज्ञानिकों की तरफ से आलू की नई किस्मों को इजाद किया गया है जिनकी अगर किसान भाई खेती करते है तो उनको अपनी आलू की खेती से बम्पर पैसा होने वाली है। चलिए जानते है की कौन सी नई किस्म आलू की आई है जिसकी खेती करके किसान लाखों में कमाई कर सकते है।

आलू की कौन सी नई किस्म हैं

आलू की खेती एक इसी खेत है जिसको हर समय किया जाता है क्योंकि आलू की डिमांड देश के साथ साथ में विदेशों में भी हर समय रहती है। आलू एक इसी सब्जी है जिसकों पुरे साल खाता जाता है और साथ ही चिप्स आदि को बनाने में भी बहुत बड़ी मात्रा में आलू का उपयोग किया जाता है। जिन किस्मों के बारे में हम आपको यहां पर बताने जा रहे है उन किस्मों की बुवाई करके आप बहुत जल्द ही अपनी आलू की खेती से लाखों रूपए की कमाई कर सकते है। आलू की ये पांच किस्मे उन्नत किस्मे है और देश के बहुत से किसान इन्ही किस्मों की बुवाई अपने खेतों में करते है।

आलू की उन्नत किस्म कुफरी अलंकार

कुफरी अलंकार आलू की बहुत ही विकसित किस्म है और इसकी खेती भारत में काफी अधिक जगहों पर की जाती है। उत्तर भारत की बात करें तो हरियाणा, यूपी के साथ साथ में पंजाब में भी इसकी खेती बहुत अधिक की जाती है। आलू की ये किस्म बुवाई के बाद में लगभग 70 दिन के बाद में किसानों को पैदावार देना शुरू कर देती है। अगर किसान ने इस किस्म के आलू को एक हेक्टेयर में लगाया है तो उसको इस किस्म से आसानी के साथ में 250 क्विंटल तक की उपज मिल जाती है।

आलू की उन्नत किस्म कुफरी गंगा

कुफरी गंगा भी आलू की एक बेहतरीन पैदावार देने वाली क़िस्त है और इस किस्म को भी उत्तर भारत के राजस्थान और हरियाणा के साथ साथ में पंजाब के भी कुछ इलाकों में बिया जाता है। इस किस्म की बुवाई करने के बाद में लगभग 80 दिन में किसानों को इससे पैदावार मिलने लगती है। आपको बता दें की किसानों को इस किस्म की बुवाई के बाद में एक हेक्टेयर से लगभग 300 क्विंटल तक की पैदावार आसानी के साथ में मिल जाती है।

आलू की उन्नत किस्म कुफरी नीलकंठ

आलू की ये किस्म थोड़ी देरी से पैदावार देने वाली किस्म है। कुफरी नीलकंठ आलू की काफी बेहतरीन पैदावार देने वाली एक उन्नत किस्म है और इस किस्म की बुवाई राजस्थान में काफी अधिक की जाती है। इस किस्म की बुवाई के बाद में किसानों को इससे लगभग 100 दिन के बाद में पैदावार मिलती है। पैदावार देरी से मिलती है लेकिन काफी अधिक मिलती है। एक हेक्टेयर में किसानों को इस किस्म से लगभग 400 क्विंटल तक की पैदावार आसानी के साथ में मिल जाती है।

आलू की उन्नत किस्म कुफरी चंद्रमुखी

250 क्विंटल तक की पैदावार प्रति हेक्टेयर में देने वाली आलू की ये किस्म काफी शानदार मानी जाती है। इस किस्म से पैदा होने वाले आलू खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होते है। इस किस्म से किसानों को एक हेक्टेयर में लगभग 250 क्विंटल तक की पैदावार आसानी से मिल जाती है। इस किसम की बुवाई करने के बाद में लगभग 95 दिन के बाद में किसानों को पैदावार मिलनी शुरू हो जाती है।

आलू की उन्नत किस्म कुफरी ज्योति

आलू की इस किस्म को किसी भी तरह के इलाके में उगाया जा सकता है। काफी बेहतरीन और उन्नत आलू की ये किस्म से किसानों को एक हेक्टेयर में लगभग 250 से 300 क्विंटल तक की पैदावार आसानी से मिल जाती है। इस किस्म की बुवाई के बाद में किसानों को लगभग 90 दिन में पैदावार मिलती शुरू हो जाती है।

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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।
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