किसान बजट 2023: सरकार ने गन्ना किसानों के लिए बढ़ाई गन्ना की एमएसपी, MSP में इतनी की गई बढ़ोतरी

Ganne ka samarthan mulya | गन्ना की खेती करने वाले किसानों के अच्छी खबर! केंद्र सरकार ने गन्ने का समर्थन मूल्य (FRP) बढ़ाने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में 28 जून बुधवार को गन्ने के समर्थन मूल्य – FRP में वृद्धि कर दी है। गन्ने का समर्थन मूल्य Ganne ka samarthan mulya बढ़ाए जाने को लेकर कृष‍ि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) पहले ही सरकार को इसकी स‍िफार‍िश कर चुका था। जिसे अब जाकर अमल में लाया गया है। आइए जानते हैं वित्तीय वर्ष 2023 – 24 के दौरान गन्ने के समर्थन मूल्य क्या रहेगा …

साल दर साल कितना बड़ा समर्थन मूल्य जानिए – Ganne ka samarthan mulya

2013 और 2014 के सीजन में गन्ने की गन्ने एफआरपी सिर्फ 210 रुपये प्रति क्विंटल था। 9 सालों में गन्ने की FRP में कुल 105 रुपये की प्रति क्विंटल रुपये की बढ़ोतरी हुई। साल 2021 में गन्ने की MSP में 5 रुपये की वृद्धि कर 290 रुपये कर दिया गया था। 2022 में इसमें 15 रुपये का इजाफा करके 305 रुपये किया गया था। आपको बता देगी बता दें कि पिछले 9 सालों में गन्ने Ganne ka samarthan mulya के रेट में 105 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में गन्ने पर एफआरपी Ganne ka samarthan mulya 10 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल बढ़ा दी गई है। कैबिनेट की बैठक के बाद सरकार ने इसपर मंजूरी भी दे दी है। अब 10 रुपये की बढ़ोतरी से नए सत्र में गन्ने की FRP 315 रुपये हो जाएगी। केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद FRP चीनी मिलों द्वारा चीनी सीजन 2023-24 में किसानों से गन्ने की खरीद के लिए लागू होगी।

गन्ने का भाव वर्ष 2023-24 में क्या रहेगा

Ganne ka samarthan mulya गन्ना किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों पर कैबिनेट कमिटी ने 10.25 प्रतिशत की मूलभूत रिकवरी दर के लिए 315 रुपये प्रति क्विंटल पर चीनी सीजन 2023-24 अक्टूबर से सितंबर के लिए गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य FRP को मंजूरी दी है। यानी कि अक्टूबर 2023 से किसानों को बड़े हुए समर्थन मूल्य का लाभ मिलेगा।सरकार द्वारा बढ़ाई गई MSP नए गन्ना सत्र से लागू होगी। गन्ना सत्र Ganne ka samarthan mulya की शुरुआत अक्टूबर से होती है। मतलब नए गन्ना सत्र की शुरुआत एक अक्टूबर 2023 से होगी, जो 30 सितंबर 2024 तक होगा।

करोड़ों गन्ना उत्पादक किसानों को होगा लाभ

चीनी सेक्टर एक महत्वपूर्ण कृषि आधारित सेक्टर है जो लगभग 5 करोड़ गन्ना किसानों Ganne ka samarthan mulya की आजीविका को और उनके आश्रितों तथा चीनी मिलों में प्रत्यक्ष रूप से कार्यरत लगभग 5 लाख श्रमिकों के अतिरिक्त कृषि श्रमिकों एवं परिवहन सहित विभिन्न सहायक कार्यकलापों से जुटे लोगों को प्रभावित करता है।वर्तमान चीनी सीजन 2022-23 में, चीनी मिलों द्वारा 1,11,366 करोड़ रुपये के मूल्य लगभग 3,353 लाख टन गन्ने की खरीद की गई जो न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की फसल की खरीद के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है।इसके अलावा 2013-14 में गन्ने की खरीदारी तकरीबन 57 हजार 104 करोड़ रुपये की हुई थी। वहीं, 2022-23 में कुल 1 लाख 13 हजार करोड़ रुपये की खरीदारी हुई।

भुगतान को लेकर भी सजग हुई सरकार

पिछले पांच वर्षों में जैव ईंधन क्षेत्र के रूप में इथेनौल के विकास ने गन्ना किसानों Ganne ka samarthan mulya और चीनी सेक्टर की भरपूर सहायता की है क्योंकि गन्ने चीनी को इथेनौल में बदलने से भुगतान में तेजी आई है।कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं में कमी आई है तथा मिलों के पास कम अधिशेष चीनी की वजह से फंडों की रुकावट कम हुई है जिससे अब वे किसानों के गन्ने बकाया का समय पर भुगतान करने में सक्षम हो गई हैं।वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान, लगभग 20,500 करोड़ रुपये का राजस्व चीनी मिलों डिस्टिलरियों द्वारा सृजित किया गया है। जिसने उन्हें किसानों के गन्ने बकाया Ganne ka samarthan mulya का भुगतान करने में सक्षम बनाया है।

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