MSP Rates 2023: केंद्र सरकार द्वारा फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि देश में किसानों को फसलों के उचित दाम प्रदान करना ताकि फसलों की पैदावार में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं देखनी पड़े। किसानों को बेहतर लाभ प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा करीब 25 से अधिक पशुओं की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है।इन सभी फसलों में भी बहुत सारी किस्मों का भी समर्थन मूल्य तय किया गया है। केंद्र सरकार द्वारा फसलों का समर्थन मूल्य तय करने के बाद किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आता है। किसानों को फसलों की खरीद हेतु बेहतर लाभ प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार के द्वारा हर वर्ष फसलों के लिए MSP मूल्य घोषित किया जाता है।
MSP Rates: किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना की शुरुआत 1966 में शुरू की गयी। इस योजना के तहत देश के किसान नागरिकों को उत्पादन लागत पर कम से कम 50 प्रतिशत का लाभ सुनिश्चित किया जायेगा। किसानों को निर्धारित किये गए MSP मूल्य से यदि किसानों को अपनी फसलों के बेहतर दाम प्राप्त होते है तो वह किसी गैर सरकारी दरों को अपनी फसल बेच सकते है। किसानों को अपनी फसलों के अच्छे दाम प्राप्त करने हेतु MSP मूल्य को हर साल निर्धारित किया जाता है जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिलता है और किसानों को फसलों का उचित दाम भी प्राप्त होता है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य 2022-23: केंद्र सरकार द्वारा प्रतिवर्ष देश के किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए विभिन्न तरह की फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाता है और प्रतिवर्ष फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि भी की जाती है। न्यूनतम समर्थन मूल्य में अनाज हेतु 7 फसलें, कमर्शियल फसलों के लिए चार फसल, दलहन फसलों के लिए पांच फसल और तिलहन की फसलों के लिए साथ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया गया है। इन फसलों में धान,गेहूं,मक्का ,बाजरा ,ज्वार ,रागी ,जौ, चना ,अरहर ,उड़द ,मूंग ,मसूर,सरसों ,मूंगफली ,सोयाबीन ,सूरजमुखी ,तिल ,कुसुम ,नाइजरसीड्, कपास,गन्ना ,खोपरा ,कच्चा जूट शामिल है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य के लाभ ( MSP Rates profit )
• योजना 1966 में शुरू की गई थी।
• प्रतिवर्ष फसलों की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाता है।
• न्यूनतम समर्थन मूल्य से किसानों को लाभ पहुंचता है।
• न्यूनतम समर्थन मूल्य के तहत किसानों को उत्पादन लागत पर 50% लाभ सुनिश्चित किया जाता है।
• किसानों को अगर एमएसपी मूल्य से अधिक भाव बाजार में मिलते हैं तो वह स्वतंत्र अपनी फसल बेच सकते हैं।
• न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर किसानों की स्थिति सुधरेगी और वह आत्मनिर्भर बनेंगे।
• 2020-21 में 2.04 करोड़ किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ प्रदान किया गया था।
• खरीफ फसलों में 14 एवं रबी सीजन में 7 फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य हेतु शामिल किया गया है।
हर वर्ष भारत सरकार के माध्यम से 25 फसलों हेतु MSP की घोषणा की जाती है।
आज के मंदसौर मंडी भाव ( Mandsaur Mandi Bhav Today )
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• न्यूनतम समर्थन मूल्य हेतु आवेदन करने के लिए farmer.gov.in की official website पर जाना है।
• न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2022-23
वेबसाइट में विजिट करने के पश्चात होम पेज में लॉगिन के विकल्प में क्लिक करें।
• लॉगिन हेतु MSP के विकल्प में क्लिक करें।
• लॉगिन करने के लिए अपने राज्य का चयन करें।
• न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2022-23
इसके बाद पासवर्ड एवं कैप्चा कोड दर्ज करके SIGN IN के ऑप्शन में क्लिक करें।
• इस तरह से MSP लॉगिन करने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है।