मध्य प्रदेश में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बिक्री की अवधि 2025 में बढ़ाई गई – किसानों को मिलेगा अतिरिक्त समय
मध्य प्रदेश सरकार ने गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बिक्री की अवधि को बढ़ाकर 5 मई 2025 तक कर दिया है। इससे पहले, खरीदी की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 निर्धारित थी। यह निर्णय किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अतिरिक्त समय प्रदान करने और सरकारी खरीद लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से लिया गया है। गेहूं की MSP पर बिक्री की अवधि बढ़ाने से किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा और सरकारी खरीद लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी। किसान पंजीकरण प्रक्रिया को समय पर पूरा करें और निर्धारित केंद्रों पर अपनी उपज बेचें। आइए, गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद के लिए बढ़ाई गई अवधि से संबंधित जानकारी प्राप्त करें।
2025 में गेहूं की MSP पर अधिलाभ और बाजार स्थिति
केंद्र सरकार ने वर्ष 2025-26 के लिए गेहूं का MSP ₹2,425 प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। मध्य प्रदेश सरकार ने इस पर ₹175 प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस देने की घोषणा की है, जिससे किसानों को कुल ₹2,600 प्रति क्विंटल की दर से गेहूं बेचना संभव होगा।
गेहूं की MSP पर पंजीकरण प्रक्रिया और खरीदी केंद्र की जानकारी
गेहूं की MSP पर बिक्री के लिए किसानों को 31 मार्च 2025 तक पंजीकरण कराना आवश्यक था। हालांकि, अब पंजीकरण की अंतिम तिथि बढ़ाकर 5 मई 2025 कर दी गई है। किसान किसान ऐप के माध्यम से या नजदीकी सुविधा केंद्रों पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं।
राज्य में 4000 से अधिक उपार्जन केंद्रों पर गेहूं की खरीदी
राज्य में 4000 से अधिक उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां किसानों से गेहूं खरीदी जाएगी। उपार्जित गेहूं की राशि सीधे किसानों के आधार लिंक बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
गेहूं के खुले बाजार में बिक्री को लेकर किसानों की रुचि में वृद्धि
रबी विपणन वर्ष 2025-26 में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए तय किया गया लक्ष्य पूर्ण करना कठिन लग रहा हैं क्योंकि गेहूं का बाजार मूल्य, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से अधिक होने से बहुत कम किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपने गेहूं की बिक्री कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में सरकार की ओर से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिक्री के लिए किसानों को अधिलाभ (Bonus) भी दिया जा रहा है। राज्य के किसानों को गेहूं का मूल्य अधिलाभ सहित प्रति क्विंटल 2600 रुपए प्राप्त हो रहा हैं। इसके बाद भी बहुत कम किसान गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिक्री के लिए सरकारी खरीद केंद्र पर ला रहे हैं। कई किसान बाजार में व्यापारियों को गेहूं की बिक्री कर रहे हैं जिससे उन्हें काफी अच्छा लाभ प्राप्त हो रहा हैं। बहुत ही कम किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर गेहूं की बिक्री में रुचि ले रहे हैं।
2025 में गेहूं की MSP पर बिक्री से संबंधित अब तक के आंकड़े
वर्तमान में 62,077 किसानों ने गेहूं की MSP पर बिक्री के लिए पंजीकरण कराया है। राज्य में 3,694 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां किसानों से गेहूं की खरीदी की जाएगी। इस वर्ष गेहूं की खरीदी ₹2,600 प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी, जिसमें ₹2,425 केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित MSP और ₹175 राज्य सरकार द्वारा दिया गया बोनस शामिल है। पिछले वर्ष 2024-25 में गेहूं की MSP ₹2,150 प्रति क्विंटल थी, जबकि इस वर्ष ₹2,600 प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जा रही है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 25% अधिक है। बाजार में गेहूं के दाम ₹3,000 प्रति क्विंटल तक हैं, जबकि सरकारी MSP ₹2,600 प्रति क्विंटल है, जिससे किसानों का रुझान बाजार की ओर अधिक है।
2025 में गेहूं का बाजार भाव क्या हैं??
ऑनलाइन कमोडिटी पर वर्तमान बाजार दरों के मुताबिक वर्तमान में चल रहे गेहूं के बाजार भाव की बात की जाए तो मध्य प्रदेश में 18 अप्रैल 2025 को गेहूं का औसत बाजार भाव ₹2,504.86 प्रति क्विंटल था। इस दिन गेहूं की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया, जिसमें न्यूनतम कीमत ₹1,300 प्रति क्विंटल और अधिकतम कीमत ₹9,000 प्रति क्विंटल रही। इसके अतिरिक्त शरबती गेहूं का भाव सामान्य गेहूं से भी अधिक हैं। गेहूं का बाजार मूल्य, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से अधिक होने से बहुत कम किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपने गेहूं की बिक्री कर रहे हैं। कई किसान बाजार में व्यापारियों को गेहूं की बिक्री कर रहे हैं जिससे उन्हें काफी अच्छा लाभ प्राप्त हो रहा हैं। बहुत ही कम किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर गेहूं की बिक्री में रुचि ले रहे हैं।