Wheat MSP Rate increase | 2023 में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे, इस चुनाव के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के लिए घोषणा करते हुए कहा था कि गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए एवं धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल किया जाएगा। पीएम मोदी की इस गारंटी का असर अब दिखाई देने लगा है। राजस्थान के पश्चात मध्य प्रदेश सरकार ने भी गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाने Wheat MSP Rate increase का निर्णय ले लिया है। ज्ञात हो कि गेहूं का समर्थन मूल्य केंद्र सरकार ने 2275 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। अब किसानों को इस भाव के अतिरिक्त बोनस भी दिया जाएगा आईए जानते हैं पूरी डिटेल..
एमपी सरकार ने बोनस दिए जाने की घोषणा की
Wheat MSP Rate increase : मध्य प्रदेश सरकार के संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने किसानों को गेहूं के उपार्जित हेतु 𝟏𝟐𝟓 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने का निर्णय लिया गया है, एमएसपी 𝟐𝟐𝟕𝟓 रुपए के साथ बोनस दिया जाएगा। अर्थात इस वर्ष गेहूं की सरकारी खरीदी का भाव एमपी में 2400 रुपए प्रति क्विंटल रहेगा। गौरतलब है की इसके पूर्व राजस्थान सरकार भी गेहूं के समर्थन मूल्य पर बोनस दिए जाने का निर्णय ले चुकी है वहां पर भी समर्थन मूल्य के साथ 125 रुपए बोनस Wheat MSP Rate increase दिए जाने का निर्णय हुआ है।
सरकार ने यह भी निर्देश दिए
अतिरिक्त मुख्य सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम श्रीमती स्मिता भारद्वाज ने कहा कि सभी जिलों में समर्थन मूल्य पर रबी उपार्जन Wheat MSP Rate increase गुणवत्तापूर्ण रुप से किया जाएं। सभी कलेक्टर्स अपने क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण खरीदी का सिस्टम बनाएं। अन्न का नुकसान न हो इसका विशेष ध्यान रखें। उपार्जन के दौरान मानक मापदंड प्रक्रिया का गंभीरता से पालन कराएं। उन्होंने कहा कि सफलता पूर्वक गेंहू उपार्जन शासन की बड़ी प्राथमिकता हैं। नवीन प्रावधानों के तहत उपार्जन केंद्रो पर पंखा, छन्ना, ग्रेडर मशीन की अनिवार्य रूप से व्यवस्था रहें। इसके बिना उपार्जन की अनुमति न दी जाएं। उन्होंने कहा कि सुचारू रूप से खरीदी के लिए सर्वेयर के साथ संस्था प्रभारी Wheat MSP Rate increase की भी जिम्मेदारी रहेगी। दो उपार्जन केंद्रो पर एक 3 व्यक्तियों की टीम रहेगी जो केंद्रो पर स्कंध की गुणवत्ता की निगरानी करेंगे। खरीदी प्रक्रिया के लिए सर्वेयर के साथ केंद्र प्रभारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी।
किसानों का सत्यापन 22 मार्च तक किए जाने के निर्देश
Wheat MSP Rate increase | एसीएस श्रीमती भारद्वाज ने कहा कि सभी जलों में खरीदी की गुणवत्ता और क्वांटिटी सुनिश्चित करने के लिए गंभीरता के साथ कार्य करें। अनियमितता करने वाले गोदामों और केंद्रो के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएं। उन्हें ब्लॉक लिस्ट भी किया जाएं। मोड A में खरीदी के लिए पूरी व्यवस्थित प्लानिंग करें। रूट भी तैयार किया जाएं। परिवहन पर अधिक व्यय न हो इसका विशेष ध्यान रखें। खरीदी गई उपज के भंडारण और रखरखाव की बेहतर व्यवस्था की जाए। भंडारण व्यवस्था की सतत निगरानी का सिस्टम बनाएं।
एसीएस श्रीमती भारद्वाज ने कहा कि सुचारू रूप से खरीदी के लिए अंतरजिला निरीक्षण की समितियां गठित की गई हैं। साथ ही भोपाल से आने वाली टीम द्वारा भी निरंतर उपार्जन केन्द्रों की जांच की जाएगी। पंजीकृत किसानों का सत्यापन 22 मार्च Wheat MSP Rate increase तक किए जाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि खरीदी में अच्छा कार्य करने वाली समितियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने सभी जिला कलेक्टर्स को मॉनिटरिंग कर संस्थाओ को शेष भुगतान की कार्यवाही शीघ्र किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रबी उपार्जन शुरू होने से पहले 25 मार्च तक पूर्व के स्टॉक को क्लियर कराएं। इसके लिए मॉनिटरिंग सेल भी गठित की जाएगी। लापरवाही करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही भी की जाएगी।
गेहूं उपार्जन प्रक्रिया यह रहेगी
Wheat MSP Rate increase | सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार पूर्व प्रक्रिया में किसान को फसल बेचने के लिए SMS प्राप्त होता था। SMS से प्राप्त तिथि पर किसान उपार्जन केन्द्र पर जाकर अपनी फसल बेच सकता था। SMS प्राप्ति की प्रक्रिया में कई बार किसानों को असुविधा का सामना करना पड़ता था। सरकार ने इस व्यवस्था में बदलाव किया है। सरकार द्वारा तय परिवर्तित व्यवस्था में उपार्जन केन्द्र पर जाकर फसल बेचने के लिए SMS प्राप्ति की अनिवार्यता को समाप्त किया गया है।
उपार्जन केंद्र का चयन किसान सकेगा
नवीन व्यवस्था में फसल बेचने के लिए किसान, निर्धारित पोर्टल से नज़दीक के उपार्जन केन्द्र Wheat MSP Rate increase, तिथि और टाईम हेतु फसल अनुसार स्लॉट का चयन स्वयं कर सकेंगे। उपार्जन केन्द्र, तिथि और टाईम हेतु स्लॉट का चयन नियत तिथि के पूर्व करना अनिवार्य होगा। सामान्य तौर पर उपार्जन प्रारंभ होने की तिथि से उपार्जन समाप्त होने के एक सप्ताह पूर्व तक उपार्जन केन्द्र, तिथि और टाईम हेतु स्लॉट का चयन किया जा सकेगा।
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