जानिए: दलहन फसलों की बिक्री से संबंधित नवीनतम जानकारी
दलहन फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए महत्वपूर्ण समाचार है। सरकार किसानों की आय में वृद्धि के लिए निरंतर प्रयासरत है और विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उन्हें समर्थन प्रदान कर रही है।
दलहन फसलों की खरीद की नवीनतम व्यवस्था
केंद्र सरकार ने दलहन फसलों की खरीद के लिए एक नया पोर्टल, ई-समृद्धि पोर्टल, प्रारंभ किया है। इसके माध्यम से किसानों से उनकी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) या उससे अधिक मूल्य पर खरीदी जाएगी। इस पोर्टल का विकास भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (NCCF) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (NAFED) द्वारा किया गया है। सरकार का लक्ष्य किसानों से 4 लाख टन अरहर दाल और 2 लाख टन मसूर दाल की खरीद करना है, जिससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके।
तुअर और मसूर की खरीद के लिए निर्धारित मूल्य
रबी विपणन सीजन 2025-26 के लिए केंद्र सरकार ने विभिन्न फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की घोषणा की है।
- मसूर दाल (लेंस): MSP में 275 रुपये की वृद्धि के साथ अब 6,700 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
- चना (ग्राम): 210 रुपये की वृद्धि के साथ अब 5,650 रुपये प्रति क्विंटल।
- सरसों (रेपसीड/मस्टर्ड): 300 रुपये की वृद्धि के साथ अब 5,950 रुपये प्रति क्विंटल।
इन बढ़ोतरी का उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करना है।
तुअर व मसूर की MSP पर बिक्री हेतु पंजीकरण प्रक्रिया
किसान भाई जो अपनी तुअर और मसूर दाल की बिक्री न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करना चाहते हैं, उन्हें ई-समृद्धि पोर्टल पर पंजीकरण करना आवश्यक है। पंजीकरण की प्रक्रिया निम्नानुसार है:
- ई-समृद्धि पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट https://esamridhi.in/ पर जाएं।
- “Farmer Registration” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें, फिर “Submit” पर क्लिक करें।
- आवश्यक विवरण और दस्तावेज़ अपलोड करें, जैसे आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, और भूमि के कागजात।
- सभी जानकारी भरने के बाद, पंजीकरण फॉर्म को सबमिट करें।
यदि किसी किसान को स्वयं ऑनलाइन पंजीकरण करने में कठिनाई हो रही है, तो वे निकटतम ई-मित्र या CSC केंद्र पर जाकर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
MSP पर फसल बिक्री हेतु आवश्यक दस्तावेज़
पंजीकरण के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ आवश्यक हैं:
- आधार कार्ड
- आधार से लिंक मोबाइल नंबर
- बैंक खाता पासबुक की प्रति (E-KYC और बैंक की जानकारी)
- भूमि के कागजात (खेत का विवरण)
फसल की खरीद का भुगतान प्रक्रिया
किसानों को उनकी फसल की बिक्री का भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में किया जाएगा, जिससे भुगतान प्रक्रिया पारदर्शी और त्वरित होगी।
केंद्र सरकार के इन प्रयासों से किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और वे आर्थिक रूप से सशक्त बनेंगे।