Soyabin Rate Report 2023: सोयाबीन के भाव जाएंगे 7000 पार, देखिए इसकी वजह और रिपोर्ट 2023

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Soybean price : पिछले सोयाबीन सीजन के दौरान सोयाबीन के अधिकतम भाव 6000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गए थे लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे सोयाबीन के भाव कम होने लगे वर्तमान में यह स्थिति आ गई कि सोयाबीन के भाव 5000 रुपए प्रति क्विंटल से कम हो गए। इधर सोयाबीन के भाव कम होने के कारण किसानों एवं व्यापारियों के पास पर्याप्त स्टाक रह गया।भारी-भरकम स्टॉक होने एवं सोयाबीन के भाव कम होने के कारण किसानों एवं व्यापारियों को चिंता सताने लगी थी। किन्तु यह खबर किसानों एवं व्यापारियों को राहत देने वाली है। लंबे समय बाद सोयाबीन के भाव Soybean price को लेकर अच्छी खबर आ रही है आइए जानते हैं आने वाले दिनों में सोयाबीन के भाव की क्या स्थिति रहेगी एवं वर्तमान में बाजार का क्या रुख है…

भारत एवं अमेरिका में सोयाबीन की बोवनी कमजोर

Soybean price बीते सप्ताह तक कमजोर नजर आ रही खरीफ की बोवनी में इस सप्ताह तेजी आ गई है। 5 जुलाई तक तक 21.55 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलों की बुवाई हो चुकी है। बीते वर्ष इसी अवधि में 18.81 लाख हेक्टेयर में तिलहन बोयी गई थी। हालांकि सोयाबीन की बुवाई में 17 प्रतिशत की कमी अभी तक दिख रही है। अभी सोयाबीन 4.61 लाख हेक्टेयर में बोया गया है।मूंगफली की बोवनी जोरदार है और बीते वर्ष समान अवधि में 34 प्रतिशत बढ़कर 15.77 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। कुल तिलहन बुवाई में मूंगफली की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत है। दरअसल मध्यभारत और महाराष्ट्र में मानसून की देरी से सोया Soybean price की बुवाई कमजोर हुई है। दूसरी ओर अमेरिका से भी सोयाबीन की बुवाई घटने की खबरें आ रही है। सोयाबीन की कुल बोवनी 83.505 मिलियन एकड़ हुई है। जबकि एक साल पहले यह 87.450 मिलियन थी।

सोयाबीन की बोवनी कम होने से भाव में तेजी आई

भारत में मानसून की सक्रियता से लेकर अब तक खरीफ फसलों की 70% बोवनी हो चुकी है। इसमें अधिकांशतः सोयाबीन की बोवनी हुई है। इधर भारत के साथ-साथ विश्व में अमेरिका सोयाबीन Soybean price का बड़ा उत्पादक देश है। अमेरिकी कृषि मंत्रालय (USDA) ने सोयाबीन की बोवनी के संबंध में हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है।अमेरिका में सोयाबीन की बोवनी कम होने की रिपोर्ट यूएसडीए ने दी है। इसके असर से सोया तेल में लेवाली एकाएक बढ़ गई है। जिसके चलते सोयाबीन के भाव में तेजी आई है। Soybean price में तेजी आने से 6 जुलाई को सीबीओटी सोया तेल में मजबूती दिखाई दी, जिससे केएलसी 49 अंक प्लस बोला गया। जुलाई की शुरुआत में पाम तेल निर्यात में बढ़ोतरी से केएलसी को सहारा मिल रहा है। वहीं, 1-5 जुलाई के बीच पाम तेल के उत्पादन में 43.75 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई।

मंडियों में सोयाबीन की आवक बढ़ी

देशभर में सोयाबीन की आवक दो लाख 25 हजार बोरी की दर्ज की गई। इसमें से मध्य प्रदेश में सोयाबीन की आवक एक लाख 50 हजार बोरी बताई गई। इंदौर मंडी में सोयाबीन बेस्ट 5150, एवरेज 4700-5000, सरसों निमाड़ी 6100-6300, राइडा 4700-4900 रुपये प्रति क्विंटल के भाव रहे।प्लांटों में सोयाबीन Soybean price खरीदी के भाव – प्रकाश 5070, रुचि 4975, अवी एग्रो 4975, प्रेस्ट्रीज 5050, लाभांशी 5030, खंडवा आइल 5050, लक्ष्मी 4975, धानुका 5075, नीमच प्रोटीन 5075, एमएस नीमच 5000, एमएस पचोर 5000, धीरेंद्र सोया 5055, सूर्या 4950, देसान धुलिया 5130, संजय सोया 5100, ओमश्री 5100 रुपये प्रति क्विंटल के भाव बताए गए।

खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी आने की संभावना

अलनीनो प्रभाव और भारत में सोयाबीन Soybean price बुवाई में देरी से मलेशिया-इंडोनेशिया से पाम तेल में मजबूती की उम्मीदें थी। लेकिन चीन की डालियान एक्सचेंज पर पाम और सोयाबीन तेल का कारोबार बेहद सुस्त है। व्यापारियों का कहना है कि ऊंचे दामों पर खरीदारी फिलहाल कमजोर रहने की उम्मीद है। आगे मुनाफा वसूली की बिक्री से तीन-चार रुपये प्रति किलो का करेक्शन देखने को मिल सकता है। मार्केट की नजरें एमपीओबी की सर्वे रिपोर्ट पर रहेगी।

विशेषज्ञों का कहना है कि मिडवेस्ट फार्म बेल्ट के कुछ हिस्सों में बारिश के बावजूद पिछले सप्ताह सोयाबीन की फसल की स्थिति में गिरावट आई है। मौसम एजेंसियों को उम्मीद है कि अगले दो सप्ताह में अमेरिका के मध्य पश्चिम में औसत से अधिक बारिश हो सकती है। कच्चे तेल और सोया तेल में बढ़त को देखते हुए आइसीई पर कैनौला वायदा तीन फीसद बढ़ गया है। वहीं, चीन के डालियन एक्सचेंज में पाम और सोया तेल सपाट ट्रेड कर रहे हैं। घरेलू बाजार में खाद्य तेलों Soybean price में अच्छी डिमांड रहने और वायदा मजबूत होने के कारण खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी आने की संभावना व्यक्त की जाने लगी है

आने वाले दिनों में Soybean price क्या रहेंगे, जानिए

खरीफ की बोवनी के पश्चात सभी की यह जानने की जिज्ञासा है कि आने वाले समय में सोयाबीन के भाव बढ़ेंगे या नहीं? इसको लेकर विशेषज्ञ बताते हैं कि वर्तमान में जहां एक और अमेरिका एवं भारत में सोयाबीन की बोवनी कम हुई है वहीं दूसरी ओर अमेरिका में सोयाबीन स्टाक भी गिर गया है। इसका असर भारतीय खाद्य तेल बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है। विदेशों में आई तेजी के बाद इंदौर में सोया तेल में नीचे दामों अच्छी लेवाली आने के कारण सोया तेल के भाव में बढ़ोतरी होने लगी है, यही कारण है कि सोयाबीन का कारोबार करने वाले व्यापारी अब Soybean price में भी तेजी आने की संभावना जताने लगे हैं।

सोयाबीन भाव में बढ़ोतरी के संकेत

भारत सरकार ने 1 जुलाई से सीपीओ, पामोलीन और सोया तेल के आयात पर टैरिफ बढ़ा दिया है। संशोधित टैरिफ के बाद सीपीओ के आयात शुल्क में 1.60 रु. प्रति किलो की बढ़ोतरी होगी, जबकि सोया तेल के आयात शुल्क में 1.55 रु. प्रति किलो की बढ़ोतरी की गई है।अमेरिका में सोयाबीन Soybean price का कम स्टाक और रकबे में गिरावट के कारण खाद्य तेल बाजारों में सटोरियों की सक्रियता के चलते वायदा मार्केट सप्ताह के पहले दिन भी मजबूत बोला गया। भारतीय बाजार में खाद्य तेल में डिमांड का सपोर्ट अच्छा मिलने के कारण सोया तेल की कीमतों में मजबूती आने की पूरी संभावना है।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।