किसान साथियो सरसों और गेहूं के किसानों को लगातार मौसम की मार झेलनी पड़ रही है। बेमौसम बरसात के चलते गेहूं की फसल लेट गई है जबकि काट कर इकट्ठा की गई सरसों पर थ्रेशर नहीं चलाया जा सका है। विडंबना यही है कि जब किसान की फ़सल जब खराब होती है तभी उसकी फ़सल का भाव बढ़ता है। फसल के खराबे के कारण जो भाव बढ़ता है उससे किसान को फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता है। मरूधर एजेंसी ने सरसों की आवक और क्रशिंग को लेकर एक रिपोर्ट बनाई है जिसमें सरसों के कुल उत्पादन और स्टॉक का रिलीज़ किया है। आज की रिपोर्ट में हम उसी रिपोर्ट के आधार पर यह जानने की कोशिश करेंगे कि सरसों को बेचना सही है या होल्ड भी कर सकते हैं।
विदेशी बाजारों में तूफानी तेजी
सोमवार को विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों में तगड़ी तेजी देखने को मिली है। व्यापारियों को कहना है कि सऊदी अरब और अन्य ओपेक उत्पादक देशों कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करने की घोषणा के चलते यह तेजी बनी है। मलेशियन क्रूड पाम आयल (CPO) वायदा सोमवार को दो महीने में सबसे बड़ी तेजी के साथ 3 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुआ। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, (BMD) पर जून महीने के पाम ऑयल वायदा अनुबंध में 124 रिंगिट यानी की 3.3 प्रतिशत तेजी के बाद भाव 3885 रिंगिट प्रति टन पर पहुंच गए, सुबह के सत्र में इसमें तूफानी तेजी देखने को मिली थी और सुबह के सत्र में यह 4.2 प्रतिशत तक तेज हो गया था। इसके अलावा चीन के डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 1.4 प्रतिशत तक तेज हुआ, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध 1.7 प्रतिशत मजबूत हुआ । शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोया तेल की कीमतें भी 2.0 प्रतिशत तक उछल गई ।
किसान साथियो सोमवार को जब बाजार खुले तो सरसों में तेजी बन गई। तेल मिलों की मांग बनी रहने से घरेलू बाजार लगातार तीसरे दिन सरसों के भाव में यह तेजी दर्ज हुई है। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 64 रुपये उछलकर 5,925 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। हालांकि भरतपुर में बाजार सुस्त दिखाई दे रहे थे लेकिन शाम होते होते वहाँ भी बाजार में तेजी आ गई और भाव 54 रुपये उछल गए। भरतपुर में अंतिम भाव 5500 के रिपोर्ट किए गए हैं। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर भी सरसों के भाव 50 रुपये तेज होकर 5700 तक पहुंच गए। उम्मीद लगाई जा रही थी कि कुछ जगह पर मौसम साफ हुआ है। इसके बाद सरसों की आवक में बढ़ोतरी होगी लेकिन सोमवार को ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दिया और सरसों की आवक आवक 4.50 लाख बोरियों पर स्थिर बनी रही।
प्लांटों पर बड़ी तेजी
घटी हुई आवक को देखते हुए तेल मिलों ने अपनी खरीद बढ़ा दी जिससे सरसों के भाव तेज हो गए. सलोनी प्लांट में सरसों के भाव ₹50 तक बढ़ाए जिसके बाद सलोनी प्लांट पर खरीद भाव 6400 तक पहुंच गए। आगरा बी पी प्लांट पर सरसों के भाव लगातार तीसरे दिन ₹50 तेज हुए और अंतिम भाव 6200 के रिपोर्ट किये गए हैं। शारदा प्लांट पर भी ₹50 की तेजी दर्ज हुई है। गोयल कोटा प्लांट पर सरसों के भाव में ₹100 की अच्छी खासी बढ़ोतरी की गई और भाव 5800 पर बंद हुए।

