सरकार की नई स्कीम: 436 रूपए सालाना देकर उठा सकते हैं 2 लाख का मुनाफा, देखिए कैसे उठाएं इस स्कीम का लाभ

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भारत सरकार की तरफ से हर वर्ग के लोगों के लिए तमाम योजनाएं चलाई जाती हैं. इन्‍हीं में से एक स्‍कीम है, जो कम आय वाले लोगों को ध्‍यान में रखकर बनाई गई है. स्‍कीम का नाम है प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना. ये स्‍कीम बीमाधारक की मृत्‍यु होने की स्थिति में उसके परिवार को 2 लाख तक की आर्थिक मदद दिलाती है. मात्र सालाना 436 रुपए देकर इस स्‍कीम को ले सकते हैं. इस पॉलिसी को खरीदने के लिए आपकी न्यूनतम आयु 18 वर्ष, वहीं अधिकतम आयु 55 वर्ष तय की गई है. जानें डीटेल्‍स.

मेडिकल परीक्षण की जरूरत नहीं होती

इस पॉलिसी को लेने के लिए आपको किसी तरह के मेडिकल टेस्‍ट की जरूरत नहीं होती है. बीमा पॉलिसी के सहमति पत्र में कुछ खास बीमारियों का जिक्र होता है, आपको घोषणापत्र में बताना होता है कि आप उन बीमारियों से ग्रसित नहीं हैं. अगर आपकी ये घोषणा गलत साबित होती है, तो आपके परिवार को इस स्‍कीम का लाभ नहीं मिलता है. इसके अलावा इस स्‍कीम में बीमा प्रीमियम के रूप में जमा रकम पर सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स छूट का फायदा भी लिया जा सकता है.

रजिस्‍ट्रेशन की शर्तें

  • अगर आप भारत सरकार की इस योजना में आवेदन करने जा रहे हैं, तो आपके पास आधार कार्ड, पहचान पत्र, बैंक अकाउंट पासबुक, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो का होना जरूरी है।
  • आपको अपने बैंक अकाउंट नंबर को आधार नंबर से लिंक करना होगा क्‍योंकि आधार के जरिए आपकी पहचान को सत्यापित किया जाता है।
  • इस पॉलिसी का वर्ष 1 जून से लेकर 31 मई तक का होता है. एक बार का निवेश एक साल के लिए होता है।
  • अगर आपने Automatic Renewal चुना है तो हर साल 25 मई से 31 मई के बीच पॉलिसी के 436 रुपए अपने आप ही आपके अकाउंट से काट लिए जाते हैं।
  • आप अपने सिर्फ एक बैंक खाते के माध्यम से ही प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना का लाभ ले सकते हैं. इसके साथ किसी अन्‍य खाते से इस पॉलिसी को नहीं जुड़वाया जा सकता।
  • इस बीमा कवर का फायदा पॉलिसी लेने के 45 दिन बाद ही मिलता है. हालांकि हादसे में मृत्‍यु होने पर 45 दिन की शर्त मान्‍य नहीं है।

कैसे लें पॉलिसी

अगर आप भी इस पॉलिसी को लेना चाहते हैं तो जिस बैंक में आपका अकाउंट है, वहां से ही इसका फॉर्म ले सकते हैं. फॉर्म के जरिए अकाउंट होल्‍डर से इस बात की सहमति ली जाती है कि वो पॉलिसी के लिए अपने अकाउंट से पैसा कटवाने को तैयार है या नहीं. इसके बाद बाकी का सारा काम बैंक ही करता है. इसके अलावा कुछ बैंक नेटबैंकिंग और कुछ एसएमएस के जरिए भी इस पॉलिसी की सुविधा देने लगे हैं।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।