जानिए, फसलों पर कीटनाशक के छिड़काव से संबंधित जानकारी
किसान द्वारा कई विभिन्न प्रकार की फसलों की खेती की जाती हैं। प्रत्येक किसान भाई अपनी फसल का अच्छा उत्पादन प्राप्त करना चाहता हैं। किसान फसल की वृद्धि और अच्छे उत्पादन के लिए खाद एवं उर्वरकों का प्रयोग करते हैं। फसलों के अच्छे उत्पादन के लिए जिस प्रकार पोषक तत्व आवश्यक होते हैं उसी प्रकार फसल को कीटों और रोगों से बचाव के लिए कीटनाशकों का प्रयोग करना भी आवश्यक होता हैं। किसान भाइयों को कीटनाशकों का प्रयोग करते समय खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। कई बार किसान भाइयों के साथ खेतों में कीटनाशक का छिड़काव करते समय दुर्घटना हो जाती हैं। इस स्थिति में किसान भाइयों को कीटनाशक का छिड़काव करते समय सावधानी से कार्य करना चाहिए। एक छोटी सी गलती से बहुत बड़ा नुकसान हो सकता हैं। फसलों में प्रयोग किए जाने वाले ये कीटनाशक इतने खतरनाक होते हैं जिससे किसान की मौत भी हो सकती हैं। किसान भाई कीटनाशकों का छिड़काव करते समय कुछ खास बातों का अवश्य ध्यान रखें जिससे फसलों पर कीटनाशक का छिड़काव सुरक्षित तरीके से हो सके। आइए, फसलों पर कीटनाशकों के छिड़काव में ध्यान रखने वाली खास बातों से संबंधित जानकारी प्राप्त करें।
कीटनाशक क्या हैं??
कीटनाशक वे पदार्थ होते हैं जिनका उपयोग कीटों और रोगों को नियंत्रित करने हेतु किया जाता हैं। कीटनाशक के प्रयोग से फसल को कीटों और रोगों से मुक्त रखा जाता हैं। इन कीटनाशक में कवकनाशी, शाकनाशी, विषाणुनाशक और नेमाटीसाइड आदि आते हैं। कृषि वैज्ञानिकों की सलाह द्वारा अलग-अलग कीटों के लिए अलग-अलग कीटनाशक का प्रयोग किया जाता हैं। कृषि विशेषज्ञों द्वारा फसलों पर कीटनाशकों की संतुलित मात्रा का प्रयोग करने की सलाह दी जाती हैं। फसलों में कीटनाशकों का प्रयोग बड़े पैमाने पर नहीं करना चाहिए। कीटनाशक का अधिक छिड़काव फसलों के साथ उपभोक्ता के लिए भी खतरनाक हो सकता हैं। कीटनाशकों के अधिक प्रयोग से सब्जियां और फल आदि जहरीले हो जाते हैं जिसे खाकर व्यक्ति बीमार पड़ सकता हैं।
इन कीटनाशकों पर लगा हुआ हैं प्रतिबंध
हमारे देश में कुछ कीटनाशकों पर प्रतिबंध लगा हुआ हैं जैसे – मोनोक्रोटोफॉस, कैप्टाफोल, ट्राइफ्लुरलीन, साइपरमेथ्रिन, फेनिट्रोथियोन, डेजोमेट, एल्यूमिनियम फास्फाइड, मिथाइल ब्रोमाइड और डाइक्लोरो डिफेनिल ट्राइक्लोरो इथेन (DDT) आदि। किसान भाई इन कीटनाशकों का प्रयोग ना करें।
फसलों पर कीटनाशकों के छिड़काव में ध्यान रखने वाली 10 बातें
फसल को कीटों और रोगों से बचाव के लिए कीटनाशकों का प्रयोग करना भी आवश्यक होता हैं। कीटनाशक का छिड़काव किसान स्वयं करता हैं। किसान भाई कीटनाशकों का छिड़काव करते समय कुछ खास बातों का अवश्य ध्यान रखें जिससे फसलों पर कीटनाशक का छिड़काव सुरक्षित तरीके से हो सके। फसलों पर कीटनाशकों के छिड़काव में ध्यान रखने वाली 10 बातें इस प्रकार हैं-
- किसान भाई कीटनाशक के छिड़काव में रसायन को कभी चखना, सूंघना और स्पर्श ना करें। ऐसा करने से विपरीत प्रभाव होने से जान भी जा सकती हैं।
- किसान भाई कीटनाशक के छिड़काव के समय सिगरेट, बीड़ी, तंबाकू, गुटखा और जर्दा आदि चीजों का सेवन ना करें। किसान भाई कीटनाशक का छिड़काव हवा के विपरित दिशा में ना करें। ऐसा करने से रसायन शरीर पर गिरने और नुकसान होने की संभावना होती हैं।
- किसान भाई कीटनाशक के छिड़काव में चक्कर आने जैसी समस्या से बचने के लिए कीटनाशक का छिड़काव कभी खाली पेट ना करें।
- किसान भाई कीटनाशक का छिड़काव करते समय त्वचा को नुकसान ना हो इसके लिए हाथों में दस्ताने पहने। शरीर के सभी अंगों को कपड़े से ढके और मुंह पर मास्क अवश्य लगाएं।
- किसान भाई कीटनाशक का छिड़काव फ्लड जेट नोजल या फ्लेफैन लगाकर ही करें।
- किसान भाई कीटनाशक का छिड़काव करते समय स्प्रे पंप की सही तरीके से जांच कर लें। यदि स्प्रे पंप पर लगा नोजल खराब हो तब उसे बदल लेना चाहिए।
- किसान भाई कीटनाशक के छिड़काव में रसायन की उतनी ही मात्रा का पानी में घोल बनाकर स्प्रे(फुहार) करें जितनी मात्रा कृषि विशेषज्ञों द्वारा निर्धारित की गई हो।
- किसान भाई कीटनाशक का छिड़काव निश्चित मात्रा में और उचित समय पर ही करें। अधिक मात्रा में कीटनाशक का छिड़काव व्यक्ति के स्वास्थ्य और फसल दोनों के लिए हानिकारक हो सकता हैं।
- किसान भाई कीटनाशक का छिड़काव पूरे खेत में एक समान रूप से करें।
- किसान भाई कीटनाशक के छिड़काव के पश्चात् उपयोग किए गए स्प्रे पंप को अच्छी तरह से साफ करें और कीटनाशक का छिड़काव करने के पश्चात् कीटनाशक रसायन के डिब्बों को तोड़कर भूमि में गहरा गाड़ दें और अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धो ले