किसानों को 3hp और 5hp सोलर पंप पर मिल रही बंपर सब्सिडी, जल्दी करें आवेदन और उठाएं योजना का लाभ

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Sour Sujal Yojana: इस क्रेड़ा विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक कुल 9143 पम्पों की सुविधा कई किसानो को दी जा चुकी है। इस वर्ष 1500 सोलर पंप का लाभ दिया जा चूका है।इस योजना का लाभ लिकर कई किसान दो गुना से अधिक फसलों और साग-सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं, जिससे उनके जीवन में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।किसान बनारसी मेहता बताते हैं कि उनके पास 1.5 एकड़ कृषि योग्य भूमि है, जिस पर उन्होंने नलकूप खनन के उपरांत क्रेडा विभाग के सहयोग से सिंचाई के लिए सोलर पंप का लाभ लिया था।

Chhattisgarh Saur Sujala Yojana

मेहता द्वारा धान एवं साग-सब्जियों के फसलों का उत्पादन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सोलर पम्प की स्थापना के बाद उन्हे दो गुना फसल हुई। जिससे उनकी आय में भी बढ़ोतरी हुई।आपको बता देकि किसान सुकुमार द्वारा वर्ष 2023-24 में 03hp क्षमता के सोलर पम्प की स्थापना कराया गया। उनके पास लगभग 1.5 एकड़ कृषि योग्य भूमि है। उन्हें इस वर्ष सोलर पंप द्वारा धान की फसलों में दो गुना फसल हुई उन्होंने बताया कि अब वे धान के अलावा साग-सब्जी का भी उत्पादन करेंगे और उन सभी अच्छी खासी कमाई करेंगे।

किसान ले रहे दोहरी फसल का लाभ

जिले के ऐसे कई किसान है जो वर्षा जल आधारित खेती करते थे, उन्हें वर्षा की लेट होने से भारी नुकसान उठाना पड़ता था तो वहीं पानी की दिक्कत से वह रबी फसलें भी नहीं ऊगा पाते थे।इसलिए भारत सरकार की और से इस योजना को सुरु किया है। और इस योजना का लाभ सभी किसानो को दिया जाता है। जिससे उनकी पानी की समस्या खत्म हो जाती है।

सोलर पम्प लगवाने के लिए कैसे करें आवेदन

अगर आप किसान है और इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते है, तो अपना आधार कार्ड, भूमि का खसरा, रकबा एवं कार्य स्थल का सत्यापित नक्शा, जाति प्रमाण पत्र की फोटो देना होगा।आवेदन शुल्क का डिमांड ड्राफ्ट (पम्प अनुसार) 03 एचपी के लिए 03 हजार एवं 05 एचपी के लिए 4800 रुपये एवं स्थापना स्थल के फोटोग्राफ्स, पासबुक की ज़ेरोक्स के साथ अपने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, क्रेडा या उप संचालक कृषि कार्यालय से संपर्क कर योजना का लाभ ले सकते हैं।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।