भारत में सितंबर में लगभग रिकॉर्ड बारिश और अगस्त में ऐतिहासिक रूप से शुष्क परिस्थितियों के कारण सोयाबीन की पैदावार पर नकारात्मक प्रभाव हुआ है। भारत में सोयाबीन का उत्पादन 1.0 मिलियन टन से घटकर 11.0 मिलियन टन हो गया है। जिससे सोयाबीन का भाव बढ़ने की आशंका है। अमेरिकी कृषि विभाग के रिपोर्ट में यह जानकारी प्राप्त हुई है।
इससे अमेरिका से कम निर्यात के कारण 2023-24 के लिए वैश्विक सोयाबीन निर्यात को 200,000 टन से घटकर 168.2 मिलियन टन कर दिया है, जो आंशिक रूप से ब्राजील से उच्च निर्यात से ऑफसेट था। 2023-24 में सोयाबीन का वैश्विक अंतिम स्टॉक 115.6 मिलियन टन आंका गया है, जो सितंबर से 3.6 मिलियन टन कम है। क्योंकि, चीन, ब्राजील और भारत में स्टॉक कम है। विभाग की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 में अमेरिका में तिलहन का उत्पादन 1.31 मिलियन टन से घटकर 120.9 मिलियन टन हो गया है।
विभाग ने अनुमान लगाया है कि अमेरिका में सोयाबीन का उत्पादन 111.7 मिलियन टन होगा, जो पिछले महीने अनुमानित 112.84 मिलियन टन से 1.14 मिलियन टन कम है। ब्राजील विश्व में सोयाबीन का सबसे बड़ा उत्पादक है, उसके बाद अमेरिका और अर्जेंटीना हैं। एजेंसी ने कहा, “2023-24 के लिए अमेरिकी सीजन-औसत सोयाबीन की कीमत 12.90 डॉलर प्रति बुशेल पर अपरिवर्तित है।
सोयाबीन मील की कीमत 380 डॉलर प्रति शॉर्ट टन (907.185 किलोग्राम) पर और सोयाबीन तेल की कीमत 63 सेंट प्रति पाउंड पर स्थिर है।” 2023-24 के लिए वैश्विक सोया तेल उत्पादन का अनुमान सितंबर में अनुमानित 61.61 मिलियन टन से 0.14 मिलियन टन बढ़ाकर 61.75 मिलियन टन कर दिया गया है। हालांकि, 2023-24 में वैश्विक सोया तेल निर्यात का पूर्वानुमान 11.62 मिलियन टन से मामूली रूप से बढ़ाकर 11.70 मिलियन टन कर दिया गया है।
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