WHEAT RATES: गेहूं किसानों की हुई मौज, बाजार में सरकारी कीमतों का आंकड़ा किया पार, कृषि मंत्री ने दी बड़ी अपडेट 

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Wheat price: गेंहू बेचने वालो के लिए खुशखबरी, सरकारी रेट से कई अधिक हो गए गेंहू के भाव , कृषि मंत्री ने जारी की लिस्ट यदि आप 2023 में गेहूं का भाव क्या रहेगा या गेहूं का भाव कब बढ़ेगा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें। तो आइए पहले यह देखते हैं कि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या है?

गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023

हमारे देश भारत में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में गेहूं का उत्पादन सबसे से अधिक मात्रा में किया जाता है। गेहूं की मांग हमारे देश के साथ-साथ विदेशों में भी निरंतर बनी रहती है। जिस कारण हमारा देश अन्य देशों को काफी अधिक मात्रा में गेहूं का निर्यात करता है। ऐसे में गेहूं का उत्पादन करने वाले सभी किसान भाइयों में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जानने के होड़ लगी रहती है। तो आइए देखते हैं कि केंद्र सरकार द्वारा 2023-24 के लिए गेहूं का समर्थन मूल्य क्या तय किया गया है?

हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा 2023-24 के लिए सभी आवश्यक रबी फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि को मंजूरी दे दी गई है और साथ ही आवश्यक रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी वृद्धि की गई है। ताकि देश के सभी किसान भाइयों को उनकी उपज के लिए अच्छा दाम मिल सके। केंद्र सरकार द्वारा समर्थन मूल्य को बढ़ाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि सभी किसान भाइयों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिल सके।

अन्य रबी फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि

• सरसों और सफेद सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में ₹400 प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है।
• मसूर के समर्थन मूल्य में ₹500 प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है।
• कुसुंभ के समर्थन मूल्य में ₹210 प्रति क्विंटल की वृद्धि को मंजूरी दे दी गई है।
• जो गेहूं और चना के न्यूनतम समर्थन मूल्य में ₹100 से लेकर ₹110 तक की वृद्धि की गई है।

2023 में गेहू का भाव क्या रहेगा (गेहूं का भाव कब बढ़ेगा)?

जैसा कि आप ऊपर बताया गया कि केंद्र सरकार द्वारा सभी अनिवार्य रबी फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि को मंजूरी दे दी गई है। जिसमें गेहूं के भाव में भी ₹110 प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। किन्तु पिछले साल की बात की जाए तो सभी किसान भाइयों का यह सवाल था कि गेहूं का भाव कब बढ़ाया जाएगा। ऐसे में देश के सभी किसान भाइयों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है, कि सरकार द्वारा गेहूं के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई है। जिस कारण 2023-24 में गेहूं का भाव ₹2125 प्रति क्विंटल हो गया है। इसका साफ मतलब यह होता है कि किसान भाई अपनी फसल को ₹2125 प्रति क्विंटल के हिसाब से बेच सकते हैं।

2023 में गेहूं का भाव क्या रहेगा और गेहूं का समर्थन मूल्य

रबी की फसलों में हुई वृद्धि

• 2014 में गेहूं का समर्थन मूल्य ₹1450 था। जो आज 47% की वृद्धि के साथ ₹2125 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
• जौ ₹1150 था। जो अब बढ़कर ₹1735 प्रति क्विंटल हो गया है। (51% वृद्धि)
• चना ₹3175 था। जो अब बढ़कर ₹5335 प्रति क्विंटल हो गया है। (68% वृद्धि)
• रेप्सीड और सरसों 3₹100 से बढ़कर ₹5450 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। (76% वृद्धि)
• कुसुम ₹3050 से बढ़कर ₹5650 प्रति क्विंटल हो गया है। (85% वृद्धि)
• मसूर ₹3075 से बढ़कर ₹6000 प्रति क्विंटल तक हो गया है। (95% वृद्धि)

Gehun Ka Bhav Today

ऊपर दी गई सारणी के माध्यम से आप gehun Ka bhav today की ताजा अपडेट प्राप्त कर सकते हैं। यहां पर आज के गेहूं के भाव की न्यूनतम और अधिकतम मूल्य की जानकारी दी गई है। गेहूं के भाव की ताजा अपडेट के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहें क्योंकि यहां पर रोजाना मंडी भाव को अपडेट किया जाता है ताकि आप तक मंडी भाव सटीक जानकारी पहुंच सके।

रबी की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023-24

यहां पर आपको आवश्यक रबी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य की जानकारी दी गई है जैसे :- 2023 में गेहूं का समर्थन मूल्य ₹2125, सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹5050, चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹5335, जौ का समर्थन मूल्य ₹1735, कुसुम का एमएसपी रेट ₹5650, मसूर का समर्थन मूल्य ₹6000 प्रति क्विंटल तय किया गया है।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।