Wheat Farming process: मध्य प्रदेश सहित आसपास के राज्यों में अधिकांश किसानों द्वारा गेहूं की खेती की जा रही है। वर्तमान में गेहूं की फसल लगभग पकने की स्थिति में आ चुकी है। फिलहाल आपको कुछ ऐसी बातों का ध्यान रखना जरूरी है जिससे आप की फसल की पैदावार पर प्रभाव पड़ सकता है।अन्य कृषक भी अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित होगा। आप निम्न उपाय करके अच्छा उत्पादन तथा जाति विशेष का बीज भी स्वयं का बना सकते हैं ताकि आने वाले साल में बुआई के लिए बीज की अन्य खेतों से आवश्यकता न रहे।
किसान इन बातों का रखें ध्यान
• इस वक्त तक आखिरी टाप ड्रेसिंग निपट गई होगी।
• इस अवस्था में भूमि में नमी की कमी ना रहने दी जाये वैसे वर्तमान की वर्षा ने एक सिंचाई की पूर्ति कर दी है।
• खेत में भ्रमण करके सबसे अच्छा क्षेत्र का चयन करें इस क्षेत्र से ऊंची-नीची बालों को हटा दें और समान ऊंचाई का क्षेत्र तैयार कर लें।
• यदि मिश्रण अधिक हो तो वह क्षेत्र उपयुक्त नहीं होगा।
बालियों में काली चूर्ण से भरी कंडुआ रोग की बालियों को पालीथिन में इकट्ठा कर नष्ट करें।
• यदि आपने किस्म डब्ल्यू.एच. 147 अथवा लोक-1 लगायी हो तो उस खेत की फसल का अनाज बेच दें। बीज हेतु कदापि नहीं रखें।
Source by – कृषक जगत

