Kisan News: सोयाबीन की कीमतों में गिरावट से माल रोक रहें किसान, मंडियों में लगातार घट रही आवक,कब बढ़ेंगे भाव

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नई दिल्ली। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) ने सोयाबीन, तेल और मील की मांग और आपूर्ति की ताजा रिपोर्ट जारी की है। सोपा ने सर्वेक्षण और सरकारी आंकड़ों के आधार पर मार्च के आंकड़ें पेश किए हैं। सोपा के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डीएन पाठक के अनुसार, अक्टूबर 2022 से शुरू हुए इस तेल वर्ष में नजर आ रहा है कि किसान सोयाबीन को होल्ड करने में लगे हैं। यही वजह है कि बाजार में सोयाबीन के दाम गिर रहे है।

मार्च में सोयाबीन की आवक मंडियों में बेहद कम रही है और क्रशिंग भी कम हुई है। हालांकि, सोपा ने दावा किया है कि सोयाबीन की कम कीमतों से भारतीय सोयाबीन मील का एक्सपोर्ट इस साल बेहतर रहने की उम्मीद है और सोयाबीन मील का निर्यात इस वर्ष 14 लाख टन तक पहुंच जाएगा। इस वर्ष उत्पादन में से बुवाई के लिए रखने के बाद भी कुल 134.55 लाख टन सोयाबीन उपलब्ध है। बीते साल सिर्फ 113.27 लाख टन था। मार्च तक मंडियों में 77.17 लाख टन की आवक हो चुकी है, जबकि बीते वर्ष 61 लाख टन इस समय तक मंडियों में पहुंचा था। क्रशिंग 60 लाख टन से ज्यादा होने के बाद भी किसानों-मिलर्स के हाथ में करीब 71 लाख टन स्टॉक बचा है।

सोया तेल में फिलहाल ग्राहकी का सपोर्ट नहीं मिलने के कारण कीमतों में तेजी की स्थिति नहीं बन पा रही है। इंदौर में सोयाबीन तेल 1030-1035 रुपए प्रति दस किलो पर स्थिर रहा। देशभर में सोयाबीन की आवक दो लाख बोरी के करीब रही। इसमें से मध्य प्रदेश में 80 हजार बोरी के करीब दर्ज की गई।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।