Populus Farming: पोपलर (Populus) ट्री की खेती करके किसान लाखों, करोड़ों रुपए की कमाई कर लेते हैं। 5 से 7 साल में 85 फीट की लंबाई तक पहुंचने वाले इस पेड़ को भारत में कई नामों से जाना जाता है। हिन्दी भाषी लोग इसे पारस पिपल, पोरुष नाम से जानते हैं। गुजारत के लोग पारस पिपल कहते हैं, बंगाली पोरेश, इस पेड़ के कई अन्य नाम भी हैं।
पोपलर (Populus) के पेड़ की कीमत
पोपलर (Populus) के पेड़ों की लकड़कियां 700-800 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिकती हैं। एक पेड़ का लट्ठ आसानी से 2000 रुपये तक बिकता है। पॉपुलर के पेड़ों की सही तरीके से देखभाल की जाए तो एक हेक्टेयर में 250 पेड़ तक उगाए जा सकते हैं। जमीन से एक पेड़ की ऊंचाई तकरीबन 80 फीट तक होती है। 1 हेक्टेयर में पॉपुलर के पेड़ लगाने से आसानी से 7-8 लाख रुपये कमा सकते हैं। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले किसान इन दिनों सबसे ज्यादा पॉपुलर के पेड़ की खेती कर रहे हैं। इन किसानों को गन्ने से ज्यादा इसमें आमदनी हो रही है। इन पेड़ों की लागत भी बेहद कम है।
पॉपुलर के पेड़ कैसे लगाए
पॉपुलर के पौधों को 5-5 मीटर की दूरी पर लगाया जाना चाहिए. 1 एकड़ में इस तरह करीब 475 पौधे लगाए जा सकते हैं। पौधे लगाने से पहले खेत में पर्याप्त मात्रा में गोबर की खाद जरूर डालें, ताकि पौधों में पोषक तत्वों की कमी ना हो। पॉपुलर के पौधों में सामान्य सिंचाई की जाती है।
तापमान एवम् मिट्टी
5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 45 डिग्री सेल्सियस के तापमान की जरूरत होती है। सूरज की रोशनी में इसका विकास सही तरीके से होता है। इस पेड़ के बीच आप गन्ने, हल्दी, आलू, धनिया, टमाटर आदि को भी उगा सकते हैं। इनसे भी अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसकी खेती के लिए खेत की मिट्टी 6 से 8.5 पीएच के बीच में होनी चाहिए।
पॉपुलर पेड़ के लिए खेत तैयार ऐसे करे
इस पेड़ की खेती करने के लिए सबसे पहले भूमि की दो-तीन बार जुताई करके मिट्टी को भुरभुरी कर लें। जिंक की कमी को दूर करने के लिए जिंक सल्फेट 10 किलो प्रति एकड़ खेत की तैयारी के समय डालें। इसकी रोपाई के लिए जनवरी और फरवरी का समय सबसे अच्छा होता है। साथ ही 15 फरवरी से 10 मार्च तक पौधरोपण किया जा सकता है। 5 x 5 मीटर 6 मीटर x 2 मीटर (396 पौधे / एकड़) या 5 मीटर x 2 मी (476 पौधे /एकड़) के हिसाब से पौधे लगाएं।पोपलर के पेड़ का इस्तेमाल पेपर को बनाने में, हल्की प्लाईवुड, चॉप स्टिक्स, बॉक्सेस, माचिस आदि बनाने के लिए किया जाता है।

