किसानों को पॉलीहाउस बनाने के लिए सरकार दें रहीं 80% पैसा, नाबार्ड ने दी 280 करोड़ की मंजूरी, ऐसे उठाना है लाभ

4 Min Read
खबर शेयर करें

उत्तराखंड मुख्यमंत्री ने 2025 तक प्रदेश में औद्यानिक फसलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने प्रदेश में 50 हजार पॉलीहाउस लगाने का लक्ष्य रखा है। पॉलीहाउस के लगने से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से एक लाख लोगों को स्वरोजगार प्राप्त होगा।

पॉली हाउस क्या है?

पॉली हाउस खेती को ग्रीनहाउस खेती के नाम से भी जाना जाता है. पॉली हाउस एक प्रकार की ढंकी हुई संरचना होती है, जिसमें बेमौसमी या मौसमी सब्जियों से लेकर फूलों तक का उत्पादन प्लास्टिक की छत के नीचे किया जा सकता है,वहीं पॉलीहाउस की संरचना स्टील की मदद से बनाई जाती है जिसे प्लास्टिक की शीट या हरी नेट से ढक दिया जाता है।

उत्तराखंड में बेमौसमी सब्जियों और फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार पॉलीहाउस को बढ़ावा दे रही है। पॉलीहाउस लगाने पर किसानों को 80 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) से 18 हजार क्लस्टर आधारित पॉलीहाउस लगाने के लिए 280 करोड़ की मंजूरी दे दी।

UK मे पॉलीहाउस की यह है योजना

पॉलीहाउस लगाने के लिए किसानों को 20% कुल लागत देनी होगी, बाकी 80% राशि सरकार की ओर से सब्सिडी के रूप में दी जाएगी। 50 हजार पॉलिहाउस मे से 12 हजार में सब्जी उत्पादन किया जाएगा। वर्तमान में 6.57 लाख मीट्रिक टन सब्जी उत्पादन किया जाता है। पॉलीहाउस लगने से उत्पादन को 7.50 लाख मीट्रिक टन या 15 % की प्रतिवर्ष वृद्धि का अनुमान है। इसी तरह 6 हजार पॉलीहाउस में फूलों की खेती की जाएगी। वर्तमान में फ्लावर उत्पादन 30.22 करोड़ हैं यह बढ़ कर 37 करोड़ तक होगा। जो पुष्प उत्पादन में लगभग 25 %की प्रतिवर्ष वृद्धि होगी।

पोली हाउस में उत्पादित सब्जियों की बिक्री उत्तराखंड की मंडियों के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी भेजी जाएगी उत्पादित सब्जियों व फूलों की बिक्री के लिए स्थानीय मंडियों के साथ दिल्ली, चंडीगढ़, लखनऊ की मंडियों में भी ताजे व गुणवत्तायुक्त उत्पाद समय से पहुंचने के कारण उचित मूल्य प्राप्त होगा। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में सब्जी व फूलों की खेती से किसानों की आय प्राप्त होने से सामाजिक एवं आर्थिक वृद्धि मजबूत होगी । इसके अलावा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तहत स्थापित होने वाली 1791 इकाइयों को राज्य से ही कच्चे माल की आपूर्ति संभव होगी।

पॉली हाउस खेती के फायदे

  • फसल को कम पानी, कम कीटनाशकों और कम रसायनों के छिड़काव से नियंत्रित वातावरण में आसानी से उगाया जा सकता है।
  • बेमौसमी फसलों की खेती आसानी से की जा सकती है।
  • फसल में रोग और कीट बहुत कम लगते हैं।
  • जलवायु में बदलाव फसलों की वृद्धि को प्रभावित नहीं करती है।
  • उत्पाद की गुणवत्ता उत्तम होती है।
  • पॉलीहाउस में निम्न फल व सब्जियां उगाई जा सकती है:–
    किसान पॉलीहाउस में फल जैसे:- पपीता, स्ट्रॉबेरी आदि।

सब्जियां:- करेला, पत्ता गोभी, शिमला मिर्च, रंगीन शिमला मिर्च, फूलगोभी, मिर्च, धनिया, भिंडी, प्याज, मूली, पालक, टमाटर आदि।

फूल:- कार्नेशन, गुलदाउदी, जरबेरा, ग्लेडियोलस, गेंदा, आर्किड, गुलाब आदि ।


खबर शेयर करें
Share This Article
By Harry
Follow:
नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।