PM Kisan Yojana Update: पीएम किसान योजना के अपात्र किसानों से वापस लिए जाएंगे पैसे, पढ़ें खबर

6 Min Read
खबर शेयर करें

PM kisan Yojana Update 2023: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े सभी लाभार्थियों के लिए बड़ी बुरी खबर सामने निकल कर आ रही है क्योंकि भारत सरकार द्वारा 17 अक्टूबर 2022 को प्रदान की गई ₹2000 की किस्त का पैसा अब सभी किसान भाइयों के लिए वापस करना पड़ सकता है। भारत सरकार द्वारा छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु प्रत्येक 4 माह में ₹2000 की राशि का भुगतान किया जाता है, जो कि हाल ही में अभी इस राशि का भुगतान किया गया है।लेकिन इस राशि को प्राप्त करने वाले सभी किसान भाइयों के लिए बड़ी बुरी खबर सामने निकल कर आ रही है क्योंकि भारत सरकार द्वारा पीएम किसान योजना को लेकर बड़ा अपडेट जारी किया गया है जिसके तहत आप सभी कृषकों को सरकार की तरफ मिले हुए पैसे वापिस करने पड़ेंगे और उन्हें अब सरकार द्वारा दी जाने वाली किसी भी स्कीमों का फायदा प्रधान नहीं दिया जाएगा तो आइए पीएम किसान बेड अपडेट के तहत विस्तार पूर्वक चर्चा करते हैं।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अपडेट 2023

पीएम किसान योजना 2023: हमारे देश की 70% आबादी कृषि पर निर्भर है और इसमें से 60% कृषक जरूरतमंद हैं और गरीब वर्ग से आते हैं इन सभी कृषकों की आय में वृद्धि एवं आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु भारत सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है उसी प्रकार से हमारे देश के छोटे एवं सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने हेतु केंद्र सरकार द्वारा एक बड़ा ही लाभकारी योजना का संचालन किया जा रहा है उस योजना का नाम है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना।इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष सभी कृषकों को ₹6000 की आर्थिक सहायता सीधे बैंक खाते में ₹2000 कि किस्तों के माध्यम से प्रत्येक 4 माह में ट्रांसफर की जाती है। जिसके तहत इस बार 17 अक्टूबर 2022 को पीएम किसान 12वीं किस्त का ट्रांसफर किया गया है लेकिन कुछ किसानों को इस किस्त के माध्यम से मिलने वाली ₹2000 की राशि को लौटाना पड़ सकता है, क्योंकि भारत सरकार इस बार अपात्र किसानों को लेकर काफी अलर्ट है। तो आइए इस अपडेट के तहत विस्तारपूर्वक चर्चा करते हैं, कि भारत सरकार द्वारा किन कृषकों की रिकवरी की जा रही है।

इन किसानों को लौटाने पड़ेंगे पैसे

PM Kisan Yojana Beneficiary Update: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर काफी बड़े बदलाव किए गए हैं जिसको लेकर भारत सरकार द्वारा अपात्र किसानों को लेकर अलर्ट जारी किया गया है दरअसल इसी के तहत नया अपडेट जारी किया गया है कि भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली ₹2000 की किस्त अब सभी कृषकों को वापिस लौटानी पड़ सकती है तो आइए जानते हैं कि किन किसानों को यह राशि लौटानी पढ़ सकती है |आप सभी के लिए बता दें दरअसल जो सभी किसान पीएम योजना के तहत गलत तरीके से जुड़े हैं और इस योजना का लाभ लेते आ रहे हैं तो ऐसी स्थिति में इन सभी कृषकों को 12वीं किस्त के माध्यम से प्रदान की जाने वाली ₹2000 की राशि को वापिस लौटाना होगा जिसके तहत भारत सरकार द्वारा सभी अपात्र किसानों के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं।

यह किसान नहीं उठा पाएंगे पीएम किसान योजना का लाभ

• 2 एकड़ से अधिक कृषि योग्य भूमि वाले किसान इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं।
• जो सभी उम्मीदवार कृषक नहीं है वह सभी पीएम किसान योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अपात्र है।
• जो सभी उम्मीदवार करदाता है यानी कि टैक्स भरते हैं वह सभी इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं।
• यदि कोई उम्मीदवार पति-पत्नी है तो सिर्फ एक ही उम्मीदवार इस योजना का लाभ ले सकता है।
• जरूरत से अधिक वार्षिक आय वाले कृषक भी इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अपात्र है।

भारत सरकार द्वारा की जा रही है कार्यवाही

भारत सरकार अपात्र किसानों को लेकर काफी अलर्ट है जिसके तहत अगर आप सभी भी गलत तरीके से पीएम किसान योजना का लाभ ले रहे हैं और इस योजना का लाभ लेने के लिए अपात्र हैं तो आपके पास भारत सरकार द्वारा जारी किया गया जल्द से जल्द नोटिस आ सकता है जिसके तहत आप भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से दोनों तरफ से सरेंडर हो सकते हैं। हाल ही में अभी यूपी और बिहार राज्य में अपात्र किसानों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं जिसके तहत इन सभी किसानों को जल्द से जल्द सरेंडर करना होगा।

source by – sutpindia.com


खबर शेयर करें
Share This Article
By Harry
Follow:
नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।