Kisan News: नील गायों के कहर से किसानों की फसलें हो रहीं बर्बाद, सरकार बोली ‘गोली मार दो’  

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Kisan news : डीएफओ नरेंद्र पंडवा ने बताया कि नीलगाय को पकड़ना बेहद मुश्किल है. यह बहुत तेज भागने वाला जानवर है. इसलिए जंगलों की तरफ इन्हें डाइवर्ट करना ही एक समाधान है.

इंदौर: जिले में नीलगाय खेतों में जमकर कहर बरपा रहे हैं .झुंड के झुंड नीलगाय खेतों में घुस कर गेहूं, चना,आलू, प्याज, लहसुन की फसल को बर्बाद कर रहे हैं. आलम यह है कि कई किसानों की लाखों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने वन विभाग से कार्रवाई की मांग की है. जिले के कई गांवों में किसान सर्द रातों में जागकर अपनी फसल की रक्षा करने के लिए मजबूर हैं. लेकिन नीलगाय झुंड में आकर फसल बर्बाद कर देती है. किसान जब उन्हें भगाने के लिए जाते हैं तो बहुत बार तो वो किसानों पर ही जानलेवा हमला कर देती हैं.

विधानसभा में भी उठ चुका है मुद्दानीलगाय की समस्या से वन विभाग और जिला प्रशासन भी वाकिफ है. विधानसभा में भी यह मुद्दा उठ चुका है. देपालपुर के कांग्रेस विधायक विशाल पटेल कहना है कि सरकार ने नीलगाय को गोली चलाकर मारने की इजाजत दे दी है, बशर्ते उसकी मंजूरी एसडीएम से ली जाए, लेकिन किसानों के पास न तो बंदूक है और न ही वे किसी जानवर की हत्या करना चाहते हैं. वन विभाग की जिम्मेदारी है कि किसानों को नीलगाय जैसे जंगली पशुओं के आतंक से मुक्ति दिलाए.

अफसर बोले हत्या ही एकमात्र समाधानDFO नरेंद्र पंडवा ने बताया कि नीलगाय को पकड़ना बेहद मुश्किल है. क्योंकि यह बहुत ही तेज भागने वाला जानवर है. इसलिए जंगलों की तरफ इन्हें डाइवर्ट करना ही एक समाधान है. लेकिन आसपास कोई घना जंगल नहीं होने के कारण इनका डाइवर्ट करना भी मुश्किल नजर आ रहा है. हंटिंग की परमिशन को लेकर भी बातचीत चल रही है. किसान SDM से परमिशन लेकर गोली चला सकते हैं. जैसे ही मुख्यालय या सरकार से कोई निर्देश आता है उस पर हम काम करने को तैयार हैं.

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Source by – News18


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नमस्ते! मैं कपिल पाटीदार हूँ। सात साल से मैंने खेती बाड़ी के क्षेत्र में अपनी मेहनत और अनुभव से जगह बनाई है। मेरे लेखों के माध्यम से, मैं खेती से जुड़ी नवीनतम तकनीकों, विशेषज्ञ नुस्खों, और अनुभवों को साझा करता हूँ। मेरा लक्ष्य है किसान समुदाय को सही दिशा में ले जाना और उन्हें बेहतर उत्पादकता के रास्ते सिखाना।
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