Newnatam samarthan mulya 2023 list: केंद्र सरकार द्वारा खरीफ और रबी दोनों की सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023 घोषित कर दिए हैं। कैबिनेट बैठक में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने विपणन सीजन 2023 के लिए सभी अनिवार्य खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है।
MSP 2023: सरकार ने उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए विपणन सीजन 2023 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी (msp) में वृद्धि की है, जैसा कि नीचे दी गई तालिका में दिया गया है।
2023 का समर्थन मूल्य (₹ प्रति क्विंटल)
फसल का नाम | समर्थन मूल्य 2021-22 | समर्थन मूल्य 2022-23 | MSP बढ़ा |
धान (सामान्य) | 1940 | 2040 | 100 रूपये |
धान (ग्रेड ए) | 1960 | 2060 | 100 रूपये |
ज्वार ((हाईब्रीड) | 2738 | 2970 | 232 रूपये |
ज्वार (मालदंडी) | 2758 | 2990 | 232 रूपये |
बाजरे | 2250 | 2350 | 100 रूपये |
रागी | 3377 | 3578 | 201 रूपये |
मक्का | 1870 | 1962 | 92 रूपये |
तूर (अरहर) | 6300 | 6600 | 300 रूपये |
मूंग | 7275 | 7755 | 480 रूपये |
उड़द | 6300 | 6600 | 300 रूपये |
मूंगफली | 5550 | 5850 | 300 रूपये |
सूरजमुखी के बीज | 6015 | 6400 | 385 रूपये |
सोयाबीन (पीला) | 3950 | 4300 | 350 रूपये |
तिल | 7307 | 7830 | 523 रूपये |
रामतिल | 6930 | 7287 | 357 रूपये |
कपास (मध्यम रेशा) | 5726 | 6080 | 354 रूपये |
कपास (लंबा रेशा) | 6025 | 6380 | 355 रूपये |
Source : pib.gov.in
विपणन मौसम 2023 के लिए खरीफ फसलों की एमएसपी में बढ़ोत्तरी, वर्ष 2018-19 के केंद्रीय बजट में एमएसपी को अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत (सीओपी) के ऊपर कम से कम 50 प्रतिशत लाभ निर्धारित करने की उद्दघोषणा के अनुरूप हैं, जो कि किसानों के लिए किफायती निष्पक्ष पारिश्रमिक के लिए लक्षित हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि बाजरा, तूर, उडद, सूरजमुखी बीज, सोयाबीन एवं मूंगफली की एमएसपी पर लाभ अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत से 50 प्रतिशत अधिक है, जो कि क्रमशः 85%, 60%, 59%, 56%, 53% एवं 51% है।
रबी फसलों के लिए 2023-24 का समर्थन मूल्य
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने विपणन सीजन 2023-24 के लिए सभी अनिवार्य रबी फसलों के लिए प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है।
सरकार ने रबी फसलों के विपणन सीजन 2023-24 के लिए एमएसपी में वृद्धि की है, ताकि उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सके। मसूर के लिए 500/- रुपये प्रति क्विंटल और इसके बाद सफेद सरसों व सरसों के लिए 400/- रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी में पूर्ण रूप से उच्चतम वृद्धि को मंजूरी दी गई है। कुसुंभ के लिए 209/- रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि को मंजूरी दी गई है। गेहूं, चना और जौ के लिए क्रमशः 110 रुपये प्रति क्विंटल और 100 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि को मंजूरी दी गई है।
फसल का नाम | समर्थन मूल्य 2022-23 | समर्थन मूल्य 2023-24 | MSP बढ़ा |
गेहूं | 2015 | 2125 | 110 रूपये |
जौ | 1635 | 1735 | 100 रूपये |
चना | 5230 | 5335 | 105 रूपये |
मसूर | 5500 | 6000 | 500 रूपये |
सफेद सरसों और सरसों | 5050 | 5450 | 400 रूपये |
कुसुंभ | 5441 | 5650 | 209 रूपये |
Source : pib.gov.in
विपणन सीजन 2023-24 के लिए रबी फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप है, जिसमें एमएसपी को अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के 1.5 गुना के स्तर पर तय किया गया है। जिसका लक्ष्य किसानों के लिए उचित पारिश्रमिक तय करना है। सफेद सरसों और सरसों के लिए अधिकतम रिटर्न की दर 104 प्रतिशत है, इसके बाद गेहूं के लिए 100 प्रतिशत, मसूर के लिए 85 प्रतिशत है। चने के लिए 66 प्रतिशत, जौ के लिए 60 प्रतिशत, और कुसुंभ के लिए 50 प्रतिशत है।
source By – my ration card.in