नाबार्ड पशुपालन लोन योजना एक सरकारी योजना है जो ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को डेयरी फार्मिंग व्यवसाय शुरू करने या विस्तार करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत, नाबार्ड बैंकों से पशुपालक किसान, कम ब्याज दरों पर ऋण ले सकते हैं और स्वरोजगार को बढ़ा सकते हैं।
पशुपालन लोन योजना पशुपालन लोन 2023
नाबार्ड पशुपालन लोन योजना के तहत, ऋण की राशि आवेदक की आवश्यकताओं के आधार पर निर्धारित की जाती है। पशु क्रय ऋण की राशि 50,000 रुपये से 12 लाख रुपये तक हो सकती है। डेयरी फार्मिंग के लिए ऋण की राशि 10 लाख रुपये से 25 लाख रुपये तक हो सकती है।
Nabard Pashupalan loan Yojana के तहत, 2 प्रकार के ऋण उपलब्ध हैं
पशु क्रय ऋण: यह ऋण पशुओं की खरीद के लिए प्रदान किया जाता है।
डेयरी फार्मिंग के लिए ऋण: यह ऋण डेयरी फार्मिंग के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे और उपकरणों की खरीद के लिए प्रदान किया जाता है।
योजना के तहत ऋण की ब्याज दर
नाबार्ड पशुपालन लोन योजना के तहत, ऋण की ब्याज दर 6.5% से 9% प्रति वर्ष है। ऋण की अवधि 10 वर्ष तक होती है।नाबार्ड पशुपालन लोन योजना के तहत, SC/ST आवेदकों को 33.33% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है। अन्य आवेदकों को 25% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है।
योजना के लिए आवेदन के लिए दस्तावेज
आवेदन पत्र
पहचान प्रमाण
पता प्रमाण
आय प्रमाण
पशुपालन व्यवसाय योजना
आवेदन पत्र नाबार्ड की वेबसाइट या किसी भी नाबार्ड-प्रायोजित बैंक से प्राप्त किया जा सकता है। आवेदन पत्र को संबंधित बैंक में जमा किया जाना चाहिए।
योजना के उद्देश्य
ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना
डेयरी उद्योग को बढ़ावा देना
किसानों की आय बढ़ाना
योजना के लाभ
किसानों को कम ब्याज दरों पर ऋण मिलता है
ऋण की अवधि 10 वर्ष तक होती है
ऋण के लिए सब्सिडी भी उपलब्ध है
नाबार्ड पशुपालन लोन योजना की पात्रता
आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए
आवेदक ग्रामीण क्षेत्र में निवास करता होना चाहिए
आवेदक के पास डेयरी फार्मिंग शुरू करने या विस्तार करने के लिए आवश्यक भूमि और अन्य संसाधन होने चाहिए।

