मध्य प्रदेश मौसम : शुक्रवार से बदलेगा मौसम, 3 संभागों और 25 जिलों में बारिश, आंधी, गरज-चमक का अलर्ट, इस दिन से चलेगी लू, जानें IMD पूर्वानुमान

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MP Weather : 14 से 18 अप्रैल तक मध्य प्रदेश में एक महत्वपूर्ण सिस्टम सक्रिय होगा। जिसके कारण प्रदेश में बारिश देखने को मिल सकती है। हल्की बूंदाबांदी के साथ बादल भी आ सकते हैं। 13 से 15 अप्रैल के बीच वज्रपात, आंधी सहित भारी बारिश की भी चेतावनी जारी की गई है। ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। कई जिले में आंधी और तूफान के साथ भारी बारिश की संभावना है।

MP Weather, IMD MP Weather : प्रदेश में गर्मी का असर तेज हो गया है। भोपाल में लगातार दूसरे दिन तेज गर्मी रिकॉर्ड की गई है। वहीं मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक आने वाले दिनों में मौसम साफ रहेगा। तापमान 38 से 40 डिग्री के बीच पहुंच सकते हैं। वही हीट वेव का असर कुछ दिन के बाद देखने को मिल सकता है। हलाकि कल से मौसम में परिवर्तन नजर आने वाले हैं।

मंगलवार के मुकाबले तापमान में मामूली गिरावट रिकॉर्ड की गई है। इंदौर में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जबकि जबलपुर में 40 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। ग्वालियर में तापमान 40 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। मंगलवार को प्रदेश के कई शहरों में तापमान में वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। राजगढ़ में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है जबकि रतलाम, दमोह, खजुराहो, नर्मदा पुरम में भी तापमान के और तेज होने की चेतावनी जारी की गई है।

कई जिले में आंधी और तूफान के साथ बारिश की संभावना

नर्मदा पुरम, खजुराहो, दमोह, गुना, उमरिया, सागर, सतना, उज्जैन और धार में भी गर्मी का असर तेज रहेगा। हालांकि मध्यप्रदेश में 13 अप्रैल से मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव नजर आ सकते हैं। जबकि 14 से 18 अप्रैल तक मध्य प्रदेश में एक महत्वपूर्ण सिस्टम सक्रिय होगा। जिसके कारण प्रदेश में बारिश देखने को मिल सकती है। हल्की बूंदाबांदी के साथ बादल भी आ सकते हैं। 13 से 15 अप्रैल के बीच बूंदाबादी, वज्रपात, आंधी सहित भारी बारिश की भी चेतावनी जारी की गई है। = ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। कई जिले में आंधी और तूफान के साथ बारिश की संभावना है

इन जिलों में बारिश रिकॉर्ड

इससे पहले रविवार को सागर, मंडला, सिवनी , मलाजखंड, भोपाल में बारिश रिकॉर्ड की गई थी जबकि ग्वालियर शहडोल, इंदौर और जबलपुर संभाग में भी बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक में गर्जन के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही हल्के बादल छाए रहने का अनुमान लगाया गया है।

मौसम प्रणाली

राजस्थान के पश्चिमी भाग पर एक साइक्लोनिक सरकुलेशन निर्मित हुआ है। चक्रवातीय संभावना को देखते हुए महाराष्ट्र से कर्नाटक तक ट्रफ रेखा भी गुजर रही है। इसके अलावा एक रेखा उत्तरी केरल से मध्य महाराष्ट्र तक पहुंच गई है जिसके कारण अरब सागर से नम हवाओं को लाने में यह रेखा मददगार साबित हो रही है। ऐसे में मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ सहित महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्से में आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मध्य प्रदेश में मार्च महीने के दौरान सामान्य से 4 गुना अधिक बारिश और ओलावृष्टि रिकॉर्ड की गई है। वहीं ला नीना का भी प्रभाव देखा गया है।

40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा

मौसम विभाग द्वारा आंधी को लेकर अलर्ट जारी किया गया। 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। तापमान में 2 से 4 फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी। वहीं मध्य प्रदेश के पूर्वी भाग में ओलावृष्टि की भी चेतावनी जारी की गई है।

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