मौसम समाचार: मध्यप्रदेश के 20 जिलों में भारी आंधी तूफान के साथ बारिश की चेतावनी, यहां होंगी जोरदार बारिश

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गुरूवार को भोपाल, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में गरज चमक के साथ बारिश के आसार है।

24 के बाद बदलेगा मौसम

अक्षय तृतीया से पहले मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव नजर आ रहा है।बुधवार को प्रदेश के एक दर्जन जिलों में बारिश और आंधी देखने को मिलींएमपी मौसम विभाग की मानें तो आज 24 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभागों के जिलों में कहीं-कहीं आंधी, गरज-चमक के साथ हल्की बारिश के आसार जताए हैं।25 अप्रैल तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा।3 दिन तक प्रदेश के ज्यादातर जिलों में तेज गर्मी नहीं पड़ेगी, इसके बाद गर्मी का असर बढ़ जाएगा।

20 जिलों में बारिश के आसार

एमपी मौसम विभाग की मानें साउथ राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है, जिसका मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है।गुरूवार को भोपाल, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में गरज चमक के साथ बारिश के आसार है।वही शुक्रवार को राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, अनूपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला में भी बूंदाबांदी के संकेत है।

22 अप्रैल तक ऐसा ही रहेगा मौसम

एमपी मौसम विभाग की मानें तो भोपाल में आज हल्की बारिश होने के आसार हैं। 24 और 27 अप्रैल को मौसम बदला रहेगा।दोपहर बाद बादल छाएंगे। 25 अप्रैल को भी हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है।अगले 24 घंटे में जबलपुर सहित संभाग के जिलों में तेज हवा के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।अरब सागर से मिल रही नमी के कारण इंदौर में अगले 2 दिन तक बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी की स्थिति निर्मित हाेगी।

3 वेदर सिस्टम एक्टिव

एमपी मौसम विभाग की मानें तो वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ इरान में सक्रिय है।उसके असर से पाकिस्तान व उससे लगे पंजाब पर एक चक्रवाती घेरा बना हुआ है।वहीं दक्षिणी राजस्थान पर भी ऊपरी हवा का चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ।इन तीन मौसम प्रणालियों के सक्रिय रहने के अलावा ऊपर के स्तर (लगभग तीन किलोमीटर) पर हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिमी एवं पश्चिमी बना हआ है,जिससे बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी मिल रही है और बादल बने हुए और गरज-चमक की स्थिति बन रही है।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।