मौसम अलर्ट: चक्रवाती घेरे का असर पड़ेगा भारी,इन जिलों बढ़ती गर्मी के बीच होंगी मूसलाधार बारिश, देखिए मौसम रिपोर्ट

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Mosam Samachar: मंगलवार काे भी भाेपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, सागर, जबलपुर, ग्वालियर संभागाें के जिलाें में कहीं–कहीं बारिश हाेने की संभावना है। इस दौरान कहीं–कहीं ओले भी गिर सकते हैं।अगले 2 दिन 11 और 12 अप्रैल को भी प्रदेश में कहीं-कहीं बादल छा सकते हैं।

पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती घेरे के चलते मध्य प्रदेश के मौसम में बार बार बदलाव देखने को मिल रहा है। पिछले 24 घंटे में कई जिलों में तेज हवाओं के साथ ना सिर्फ बारिश हुई जबकी कई स्थानों पर ओले भी गिरे। एमपी मौसम विभाग की मानें तो 15 अप्रैल तक मौसम ऐसे ही बने रहने का अनुमान है। आज भोपाल समेत नर्मदापुरम, खंडवा-रायसेन बादल छाए रहेंगे और बूंदाबांदी हो सकती है।

6 संभागों में बारिश और ओले के आसार

एमपी मौसम विभाग की मानें तो सोमवार को तीसरे दिन भी भोपाल में बूंदाबांदी होने के आसार है। नर्मदापुरम, खंडवा, बुरहानपुर और रायसेन में भी बूंदाबांदी हो सकती है।साेमवार काे भी भाेपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, सागर, जबलपुर, ग्वालियर संभागाें के जिलाें में कहीं–कहीं बारिश हाेने की संभावना है। इस दौरान कहीं–कहीं ओले भी गिर सकते हैं।अगले 2 दिन 11 और 12 अप्रैल को भी प्रदेश में कहीं-कहीं बादल छा सकते हैं। हालांकि तेज बारिश-आंधी और ओले गिरने की संभावना कम ही है। 13 अप्रैल से फिर बादल छाने की संभावना है। ऐसा ही प्रदेश के नर्मदापुरम, बुरहानपुर, रायसेन और खंडवा में भी देखने को मिल सकता है।

इन संभागों में बूंदाबांदी

एमपी मौसम विभाग की मानें तो 12 से 15 अप्रैल तक प्रदेश में तेज हवा के साथ गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। 13 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ कमजोर हाेने लगेगा और मौसम शुष्क होने लगेगा। हालांकि 15 अप्रैल तक जबलपुर, रीवा, इंदौर, उज्जैन, भोपाल और शहडोल संभाग में बूंदाबांदी होने की संभावना है। 15 अप्रैल तक तेज गर्मी पड़ने और 20 अप्रैल तक प्रदेश में लू के आसार कम है, अप्रैल अंत तक गर्मी का असर देखने को मिल सकता है। ग्वालियर में आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस ही रिकार्ड हो सकता है। 15 अप्रैल के बाद अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच सकता है।

क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान

एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, वर्तमान में दक्षिणी पूर्वी राजस्थान पर चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है। वही एक द्रोणिका विदर्भ व केरल तक बनी हुई। इसके असर से अभी बादल दिखाई दे रहे है। इस घेरे की अरब सागर से नमी आ रही है। इस सिस्टम का झुकाव पश्चिमी मध्य प्रदेश (मालवा) की ओर हो गया है। सोमवार से ये सिस्टम धीरे-धीरे कमजोर होगा और तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।