मौसम समाचार 2023: 7 जून तक तेज आंधी तूफान के साथ बारिश का अलर्ट, यहां होंगी भयानक बारिश

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-90 में से 24 दिन ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच सका, 66 दिन रहे राहत भरे
-120 साल में पहली बार गर्मी का सी जन बिना लू के विदा, जून में भी चलेगा आंधी और बारिश का दौर

गर्मी का सीजन खत्म हो गया है। एक जून से मानसून सीजन की शुरुआत हो जाएगी। 120 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है कि गर्मी का सीजन बिना लू के विदा हुआ है। इस साल मार्च, अप्रैल, मई में एक भी दिन लू नहीं चली है। 90 दिन में 24 दिन तापमान 40 डिग्री सेल्सियस ऊपर पहुंचा है।

पश्चिमी विक्षोभों से प्रभावित रहा सीजन

ग्वालियर चंबल संभाग का मौसम पश्चिमी विक्षोभों से प्रभावित रहा है। इस बार हर महीने औसतन छह से सात पश्चिमी विक्षोभ आए, जिसकी वजह से मौसम में बदलाव आया। बादल, आंधी व बारिश हुई। पश्चिमी हवा को स्थिर नहीं होने दिया।

जून में भी गर्मी के तेवर नरम रहेंगे, प्री मानसून की हलचलें होंगी तेज

66 दिनों तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे होने की वजह से गर्मी से राहत रही। 66 में से 54 दिनों तक शहर में बादल, आंधी व बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार जम्मू कश्मीर में एक जून को नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। दो से पांच जून के बीच फिर से आंधी व बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। इन तीन दिनों में होने वाली बारिश अब मानसून सीजन में जुड़ेगी। जून में गर्मी के तेवर नरम रहे। जून के पहले 15 दिनों में भीषण गर्मी रहती थी। वैसे ग्वालियर व चंबल संभाग में अप्रैल व मई के महीने भीषण गर्मी के रहते हैं। इस दौरान अधिकतर दिनों में तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। इससे लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है।

मई का महीना भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है। इस दौरान लू के दिन भी अधिक रहते हैं, लेकिन 2021 के बाद दूसरी बार ऐसी स्थिति बनी है कि मई में लू नहीं चली। गर्मी के तेवर नरम रहे। 2021 में अप्रैल में लू चल गई थी, लेकिन इस बार पूरे सीजन में नहीं चली।

पश्चिमी विक्षोभों से प्रभावित रहा सीजन

ग्वालियर चंबल संभाग का मौसम पश्चिमी विक्षोभों से प्रभावित रहा है। इस बार हर महीने औसतन छह से सात पश्चिमी विक्षोभ आए, जिसकी वजह से मौसम में बदलाव आया। बादल, आंधी व बारिश हुई। पश्चिमी हवा को स्थिर नहीं होने दिया।

  • पिछले पांच दिन से शहर में जारी आंधी व बारिश का दौर थम गया, लेकिन मौसम काफी सुहाना रहा। नौ तपा के सातवें दिन भी गर्मी के तेवर ढीले रहे।

गत दिवस आई आंधी के कारण हवा में भी काफी ठंडक रही। रात में एसी व कूलर चलाने की जरूरत नहीं पड़ी। दिन में भी वैसी ही स्थिति रही।
-अधिकतम तापमान सामान्य से 6.8 डिग्री सेल्सियस कम रहा।
ये सिस्टम प्रभावी, जो लाएंगे मौसम में बदलाव

  • जम्मू कश्मीर में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। एक जून को नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है।
    -देश के अलग-अलग हिस्सों में चक्रवातीय घेरे बने हुए हैं। एक ट्रफ लाइन भी बनी हुई है।
  • इस कारण अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी आएगी। इससे मौसम बदलेगा।

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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।