न्यूनतम समर्थन मूल्य पर शुरू हुई मीडियम गेहूं की खरीदी, देखिए कितना मिलेगा भाव और क्या रहेंगे नियम

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देश में रबी फसलों की खरीदी का कम शुरू हो चुका है, इस वर्ष बेमौसम बारिश एवं ओला वृष्टि से किसानों की फ़सलों को काफी नुकसान हुआ है। वहीं गेहूं की चमक कम होने, टूट होने के चलते किसानों को अपनी उपज का उचित भाव भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए कुछ राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद में बड़ी रियायत देते हुए 80 प्रतिशत तक लस्टर लॉस वाली और 18 प्रतिशत तक सिकुड़े-टूटे गेहूं को खरीदने की छूट दी है। 

इस संबंध में एक पत्र भी जारी कर दिया गया है जिसमें हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला द्वारा केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल को 5 अप्रैल को लिखे पत्र का हवाला देते हुए कहा गया है कि भारी बारिश के कारण हुए नुकसान को देखते हुए केंद्र सरकार ने रबी सीजन 2023-24 में लस्टर लॉस और सिकुड़े-टूटे गेहूं की खरीद में छूट देने की डिमांड को स्वीकार कर लिया गया है।

10 प्रतिशत चमक में कमी होने पर भी मिलेगा MSP का लाभ

केंद्र सरकार ने अब अधिकतम 80 प्रतिशत तक हुए लस्टर लॉस पर भी गेहूं को खरीदने की छूट खरीद एजेंसियों को दे दी है। चमक में 10 प्रतिशत तक की कमी पर खरीद मूल्य में कोई कटौती नहीं होगी और इससे अधिक लस्टर लॉस होने पर नियमानुसार मामूली कटौती की जाएगी। इसी तरह गेहूं के दाने में 6 प्रतिशत सिकुड़न-टूट होने पर खरीद मूल्य में कोई कटौती नहीं होगी और 18 प्रतिशत तक सिकुड़े-टूटे दाने वाली गेहूं की खरीद पर केंद्र सरकार के नियमानुसार मामूली कटौती की जाएगी। बता दें कि इस वर्ष गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल है। 

बार-बार बारिश के चलते हुई है गेहूं कि उपज प्रभावित 

हरियाणा राज्य में इस वर्ष मार्च, 2023 में कटाई से ठीक पहले बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई थी। जिसने हरियाणा में खड़ी फसलों को चौपट कर दिया। भारी बारिश के कारण गेहूं की फसल की चमक खराब होने के संबंध में प्रमुख खरीद जिलों कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, सिरसा, जींद और यमुनानगर से रिपोर्ट ली गई है। बार-बार होने वाली बारिश और ओलावृष्टि होने से उत्पादन तो प्रभवित हुआ ही है साथ ही अनाज की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ा है।


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By Harry
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नमस्ते! मेरा नाम "हरीश पाटीदार" है और मैं पाँच साल से खेती बाड़ी से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी, अनुभव और ज्ञान मैं अपने लेखों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाता हूँ। मैं विशेष रूप से प्राकृतिक फसलों की उचित देखभाल, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का सामना, और उचित उपयोगी तकनीकों पर आधारित लेख लिखने में विशेषज्ञ हूँ।